कासगंज जेल से गाजीपुर के लिए रवाना हुआ अब्बास अंसारी
तीन गाड़ियों से ले जाया जा रहा अब्बास, 13 को ले जाया जाएगा कासगंज जेल
कासगंज जेल में बंद अब्बास अंसारी कड़ी सुरक्षा में मंगलवार की शाम गाजीपुर के लिए रवाना हो गया. उसे सुप्रीम कोर्ट ने पिता मुख्तार अंसारी के फातिहा में शामिल होने की अनुमति दी है. सुप्रीम कोर्ट ने अब्बास को तीन दिन की अनुमति दी है. अब्बास को पुलिस सुरक्षा में प्रिजन वैन से कासगंज से गाजीपुर ले जाया जा रहा है. तीन गाड़ियों का काफिला साथ है. इसके बाद उसे 13 अप्रैल को कासगंज जेल ले जाया जाएगा.
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अब्बास के वकील सौभाग्य मिश्रा ने बताया कि कोर्ट ने इस मामले उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा था. जवाब पहुंचने के बाद कोर्ट ने फैसला दिया. कोर्ट ने अपने आदेश में कहाकि ऐसा कोई कारण नहीं कि फातिहा में शामिल होने की याचिका को खारिज किया जाय. इसलिए कोर्ट परमिशन देती है कि अब्बास अंसारी को शाम पांच बजे से पहले कासगंज जेल से निकालकर गाजीपुर ले जाया जाय. वहां से पुलिस की सुरक्षा में उसे पिता के फातिहा में शामिल कराया जाय. कोर्ट ने यह भी कहा कि अब्बास को घर जाने की इजाजत नहीं है. फातिहा पढ़ने के बाद गाजीपुर जेल में रखा जाएगा. इसके अलावा भी कोर्ट से शर्तें लगाई हैं.
यूपी सरकार ने राहत देने का किया था विरोध
सुप्रीम कोर्ट ने सख्द हिदायत देते हुए कहा है कि जेल से निकलने के बाद अब्बास अंसारी या उसके परिवार के किसी भी सदस्य के पास हथियार नहीं होना चाहिए. परिवार का कोई भी सदस्य इस दौरान हथियार नहीं रखेगा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अब्बास को पुलिस कस्टडी में ही बाहर लाया जाएगा और अब्बास हमेशा जेल प्रशासन के संपर्क में रहेगा.बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान यूपी सरकार ने अब्बास को राहत दिए जाने का विरोध किया था. सरकार की तरफ से कहा गया कि अब्बास के खिलाफ 11 केस दर्ज हैं. ऐसे में वह सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकता है और गवाहों को धमका सकता है. सरकार ने ये भी कहा कि उनकी जानकारी में ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं है. मगर सुप्रीम कोर्ट ने अब्बास अंसारी को ये राहत दे दी है.