आम आदमी पार्टी करेगी हार की समीक्षा, बैठक आज
नई दिल्ली: लोकसभा के परिणामों में इस बार दिल्ली की सभी सीटों पर एक बार फिर बीजेपी ने जीत हासिल की है. आम आदमी पार्टी को एक बार फिर दिल्ली की जनता ने नकारते हुए बीजेपी को अपना आशीर्वाद दिया है. इससे आम आदमी पार्टी और खासकर प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए बड़ा झटका लगा है. दिल्ली शराब नीति मामले में जेल में बंद केजरीवाल को दिल्ली में ऐसे परिणामों की उम्मीद नहीं थी. ऐसे में आज सीएम आवास पर सभी मंत्रियों और विधायकों की बैठक बुलाई गई है.
AAP में मची हलचल?…
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों के बाद यह AAP की पहली बैठक है. कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री आवास पर आज शाम 5 बजे होने वाली इस बैठक में पार्टी के बड़े नेता और विधायक शामिल होंगे. हालांकि दिल्ली में मिली हर के बाद बुलाई गई बैठक के बारे में अभी कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है. यह भी कहा जा रहा है कि इस बैठक में केजरीवाल की पत्नी मौजूद रहेंगी.
लोकसभा चुनाव में आप का ख़राब प्रदर्शन…
बता दें कि लोकसभा चुनाव में इस बार AAP का प्रदर्शन ख़राब रहा है. इस बार दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में 4 में आप और 3 में कांग्रेस चुनाव लड़ रही थी. हाल यह हुआ कि इस बार फिर 2019 की तरह BJP सभी सीट जीत गई और AAP और कांग्रेस को फिर हार मिली है.
तिहाड़ में बंद हैं केजरीवाल….
बता दें कि दिल्ली शराब नीति मामले में केजरीवाल मार्च से तिहाड़ जेल में बंद हैं. SC से मिली जमानत के बाद उन्होंने जमकर चुनाव प्रचार किया और 2 जून को एक बार फिर कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इस मामले में अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है.
पंजाब में नहीं कर सकी करिश्मा…
बता दें कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है. यहाँ प्रदेश की कमान मुख्यमंत्री भगवंत मान संभाल रहे हैं. इसके बावजूद यहाँ पार्टी लोकसभा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी है. प्रदेश में 13 लोकसभा सेटों में 7 में कांग्रेस तीन में आम आदमी पार्टी और 1 सीट में शिरोमणि अकाली दल को जीत मिली है जबकि 2 सीट निर्दलीय की खाते में गई है.
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पंजाब में कांग्रेस से नहीं था गठबंधन…
आपको बता दें कि क्षेत्रीय पार्टियों ने देश की सत्ता की लिए कांग्रेस को समर्थन दिया था लेकिन प्रदेश में साथ नहीं दिया था. जैसे बंगाल में ममता ने कांग्रेस से गठबंधन नहीं किया था, वैसे ही पंजाब में AAP ने कांग्रेस से गठबंधन नहीं किया था. आप को उम्मीद थी कि पंजाब में कांग्रेस के बिना वह अच्छा प्रदर्शन कर लेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और वहां महज तीन सीट जीत सकी.