IPS अफसर एक माह तक अपने पिता की लाश के साथ करता रहा ये काम…

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एमपी से दिल दहला देने वाला मामला समाने आया है। जिसे पढ़कर कर यकीनन आपको रोंगटे खड़े हो जाएंगे। दरअसल, मध्यप्रदेश का एक वरिष्ठ आईपीएस ने ऐसा का काम किया  है कि दंग रह जाएंगे आप। 

मध्य प्रदेश के एक सीनियर IPS अफसर राजेन्द्र कुमार मिश्रा के घर से एक सनसनीखेज़ ख़बर आ रही है। ख़बर ये है कि राजेन्द्र मिश्रा अपने पिता की लाश एक माह से घर में रखकर उस पर झाड़-फूंक कर रहे हैं। राजेन्द्र मिश्रा पुलिस मुख्यालय भोपाल में एडीजी हैं।

उनके पिता का इलाज करने वाले भोपाल के एक नामी निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने मौत और डेथ सर्टिफिकेट जारी करने की पुष्टि की है।

सीनियर आईपीएस अधिकारी राजेंद्र कुमार मिश्रा पर रोंगटे खड़े कर देने वाला आरोप लगा है। आरोप है कि वे अपने मरे हुए पिता की लाश घर में रखकर आयुर्वेदिक इलाज और झाड़-फूंक कर रहे हैं। NEWS18 इंडिया पर उनके पिता की मौत की पुष्टि शहर के एक निजी अस्पताल और उसके डॉक्टर कर चुके हैं, लेकिन राजेन्द्र मिश्रा का दावा है कि पिता का अभी भी इलाज चल रहा है।

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मिश्रा भोपाल के 74 बंगले स्थित डी-7 में रहते हैं। बताया जा रहा है कि मिश्रा अपने 84 साल के पिता कालूमनी मिश्रा को 13 जनवरी की रात आठ बजकर दस मिनट पर बंसल हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले गए थे। इलाज भी हुआ और अगले दिन 14 जनवरी की शाम पौने चार बजे डॉक्टरों ने उनके पिता को मृत घोषित कर दिया और डेथ सार्टिफिकेट भी जारी कर दिया। बंसल हॉस्पिटल के डॉक्टर अश्वनी मल्होत्रा ने मीडिया से कहा कि “अस्पताल लाने के अगले दिन 14 जनवरी को कालूमनी मिश्रा की डेथ हो गई थी। उन्हें मल्टीपल कॉम्प्लीकेशन थे। किडनी डिसऑर्डर, लंग डिसऑर्डर और हार्ट डीसीज थी। एग्जेक्टली एक-एक चीज याद नहीं है ऑन पेपर देख कर बताना पड़ेगा।

कालूमनी मिश्रा ने एक भी दिन सर्वाइव नहीं किया

डॉ. मल्होत्रा के मुताबिक “कालूमनी मिश्रा ने एक भी दिन सर्वाइव नहीं किया। 24 घंटे के अंदर उनकी डेथ हो गई थी। वे बहुत ज्यादा स्ट्रिक्ट कंडीशन में अस्पताल लाए गए थे। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। इसके बाद भी चीजें मेनटेन नहीं हुई थीं। उन्हें कार्डिएक अरेस्ट हुआ था जो रिवाइव नहीं हो पाया था। इतने दिन हो गये हैं तो पॉइन्ट टू पॉइन्ट याद नहीं है… हां उनकी कन्फर्म डेथ हो गई थी। मेडिकली वे काफी सिक थे.. मल्टीपल मेडिकल इश्यू थे उनके। डाइड इन हॉस्पिटल.. उन्हें पूरा डिक्लेयर करके ही भेजा था।

बंसल हॉस्पिटल के महाप्रबंधक लोकेश झा ने मीडिया को बताया कि जब ज़रूरत पड़ेगी तो रिकॉर्ड देंगे… राजेंद्र कुमार मिश्रा आरोप लगाएंगे तो कोर्ट जाएंगे… हमारे पास तो प्रूफ है… ये पेशेंट मेरे यहां 13 तारीख को आए थे… 4 बजे उनकी डेथ हो गई जिसके बाद वे बॉडी लेकर बाहर गए हैं।

बताया जा रहा है कि IPS अफसर राजेन्द्र मिश्रा अपने पिता की मौत पर यकीन नहीं कर रहे. वे लाश का झाड़ फूंक करवा कर उन्हें ज़िंदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका दावा है कि उनके पिता का इलाज चल रहा है और हालत काफी गंभीर है। आयुर्वेदिक डॉक्टर भी इलाज कर रहे हैं..

राजेन्द्र मिश्रा के घर से कथित तौर दुर्गन्ध उठने की खबरें आ रही हैं. बताया जा रहा है कि बदबू की वजह से एसएएफ के दो जवान बीमार हो गए थे। सवाल है कि जब अस्पताल प्रबंधन ने डेथ सार्टिफिकेट दे दिया है तो राजेंद्र कुमार मिश्रा मानने के लिए तैयार क्यों नहीं हैं और अगर पिता ज़िंदा हैं तो एक माह होने के बावजूद मिश्रा ने अस्पताल प्रबंधन के ख़िलाफ ग़लत सर्टिफिकेट देने की शिकायत क्यों नहीं की? … क्या इस पूरे घटनाक्रम के पीछे और भी कुछ वजह है, जिसे मिश्रा छुपा रहे हैं।

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