2जी मामले पर राजा लांच करेंगे किताब, हो सकते हैं बड़े खुलासे
2जी मामले पर पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा की किताब प्रकाशित होने वाली है। पिछले सप्ताह सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हें बरी कर दिया था। इस किताब के प्रकाशन से राजनीति में एक नए विवाद की शुरुआत हो सकती है। राजा किताब के जरिए उनकी गिरफ्तारी और जेल से जुड़ी कई बातों का खुलासा कर सकते हैं।
20 जनवरी तक शुरु हो जाएगा किताब का प्रकाशन
2जी मामले के एक जानकार ने बताया कि यह किताब काफी आक्रामक शब्दों में लिखी गई, जिसका प्रकाशन 20 जनवरी तक शुरू हो जाएगा। पहले इसके प्रकाशन को टाल दिया गया था। 2जी मामले पर लिखी गई किताब दो सौ से अधिक पेजों में है, इसमें मामले का पूरा ब्योरा लिखा गया है। राजा ने 2015 में मीडिया को एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने तिहाड़ जेल में 15 महीने कैसे बिताए, उनकी गिरफ्तारी की वजह क्या था इन सभी बातों का खुलासा इस किताब में होगा।
राजा के सियासी उतार-चढाव को बयां करेगी किताब
जानकारों का कहना है कि इस किताब को पेंग्विन प्रकाशित कर रहा है। इसमें राजा के राजनीतिक उतार-चढ़ाव का जिक्र होगा। उन्होंने किताब में लिखा है कि किस तरह मुकदमे के दौरान उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा। किस तरह उन्होंने इस दौरान संघर्ष किया। पिछले हफ्ते अदालत के क्लीन चिट के बाद राजा ने किताब को प्रकाशित करने का फैसला लिया।
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उनके करीबी बताते हैं कि किताब को कोर्ट की अंतिम दलील के बाद प्रकाशित करने की तैयारी थी, लेकिन बाद में ये योजना बदल दी। यह किताब उन लोगों के लिए प्रेरणादायक होगी जो इस मामले की कठिनाइयों से जूझ रहे हैं।
पत्राचारों का जिक्र
राजा की किताब में यूपीए सरकार के समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अन्य नेताओं के साथ हुए पत्राचार का जिक्र होगा। राजा पर स्पेक्ट्रम आवंटन के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री को गुमराह करने का आरोप भी लगाया गया था। हालांकि विशेष अदालत को इससे जुड़े कोई सबूत नहीं मिले। इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में दो अधिकारियों को मनमोहन को गुमराह करने का दोषी ठहराया गया।
ये किताब नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट के बारे में भी आलोचना कर सकती है, जिसमें बताया गया था कि 2008 में लाइसेंस जारी करने के लिए 1.76 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित हानि हुई थी। ए. राजा के करीबी ने बताया कि 200 पन्नों की इस किताब में अभूतपूर्व राजनीतिक प्रभाव और व्यापक रिकॉर्ड के साथ 2जी मामले को सारांश देने की कोशिश की गई है। किताब में इसका उल्लेख भी है कि लॉ ग्रेजुएट ए. राजा ने अपनी टीम के साथ मिलकर किस तरह इस मामले में अपनी कानूनी जानकारी का इस्तेमाल किया।
(साभार- न्यूज18)