पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में 27 सितम्बर को आरोप तय होंगे
पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में 11 पूर्व सांसदों के खिलाफ औपचारिक रूप से आरोप तय करने के लिए एक अदालत ने मंगलवार को 27 सितंबर की तारीख तय की है।
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यह मामला 2005 का है…
यह मामला 2005 का है। दिल्ली पुलिस ने 11 पूर्व सांसदों -छतरपाल सिंह लोढ़ा, अन्ना साहेब एम. के. पाटील, प्रदीप गांधी, सुरेश चंदेल, चंद्र प्रताप सिंह, राम सेवक सिंह, मनोज कुमार, नरेंद्र कुमार कुशवाहा, लाल चंद्र कोल, वाई.जी. महाजन और राजा रामपाल- पर कथित रूप से पैसे लेकर संसद में प्रश्न पूछने के लिए आरोप-पत्र दायर किए हैं।
महाजन की याचिका मंजूर कर ली।
विशेष न्यायाधीश पूनम चौधरी ने 27 सितंबर तक सुनवाई स्थगित कर दी है, और महाराष्ट्र के जलगांव के पूर्व सांसद, 76 वर्षीय महाजन को सुनवाई के दौरान की अगली तारीख पर पेश होने के लिए आखिरी मौका दिया है।अदालत ने मंगलवार को स्वास्थ्य के आधार पर व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट की मांग करने वाली महाजन की याचिका मंजूर कर ली।
भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत आपराधिक साजिश के आरोप बनते हैं
अदालत ने 10 अगस्त को कहा था कि आरोपी के खिलाफ प्रथम दृष्टया भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत आपराधिक साजिश के आरोप बनते हैं।अदालत ने रविंदर कुमार के खिलाफ भी आरोप तय करने के आदेश दिए हैं, जबकि सुनवाई के दौरान एक आरोपी की मौत हो जाने के कारण उसे मुक्त कर दिया गया है।
अपने पद का दुरुपयोग किया
विशेष लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि तत्कालीन सांसदों को स्टिंग ऑपरेशन के दौरान संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे मांगते हुए कैमरे में कैद कर लिया गया। ऐसा कर उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया।
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