बीएचयू के सर सुन्दरलाल अस्पताल में 200 बिस्तर के विश्राम सदन का होगा निर्माण
बीएचयू और पीजीसीआईएल के बीच हुए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय तथा पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के बीच विश्वविद्यालय परिसर स्थित सर सुन्दरलाल चिकित्सालय में 200 बिस्तर के विश्राम सदन के निर्माण हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए हैं. कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन एवं पीजीसीआईएल के निदेशक (कार्मिक) डॉ. यतीन्द्र द्विवेदी की उपस्थिति में इस समझौता ज्ञापन पर दस्तखत किये गए.
17.88 करोड़ होगे खर्च
सहमति के तहत सीएसआर के अंतर्गत पावरग्रिड इस विश्राम सदन के निर्माण हेतु 17 करोड़ 88 लाख रुपये की राशि देगा, जिसे मार्च 2026 तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है. पावरग्रिड की तरफ से वरिष्ठ महाप्रबंधक एवं प्रभारी, वाराणसी, अरुण कुमार राय, तथा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की तरफ से कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
इस अवसर पर कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने पावरग्रिड की इस पहल की सराहना की और कहा कि विश्राम सदन के निर्माण हेतु विश्वविद्यालय स्तर पर जल्द से जल्द प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यह कार्य प्रभावी ढंग से समयबद्ध तरीके से पूर्ण हो. कुलपति ने कहा कि पीजीसीआईएल की विशेषज्ञता वाले क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाकर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय लाभान्वित हो सकता है.
सीपीडब्ल्यूडी करेगा निर्माण
विश्राम सदन का निर्माण केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा। इसके निर्माण से बीएचयू में इलाज के लिए दूर दूर से आने वाले मरीजों के परिजनों के प्रवास हेतु चिकित्सालय की क्षमता में इज़ाफा होगा तथा आमजन लाभान्वित होंगे. केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय के अधीनस्थ महारत्न उद्यम – पावरग्रिड अपने विद्युत पारेषण के मुख्य कार्य के साथ-साथ सीएसआर पहल के तहत अनेक सामाजिक गतिविधियों में योगदान देता है.
इस अवसर पर कुलगुरू प्रो. वी. के. शुक्ला, चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एस. एन. संखवार, सर सुन्दरलाल चिकित्सालय के उप चिकित्सा अधीक्षक प्रो. अंकुर सिंह तथा ट्रॉमा सेन्टर के आचार्य प्रभारी प्रो. सौरभ सिंह भी उपस्थित थे. कार्यक्रम में पावरग्रिड उत्तरी क्षेत्र-3 के प्रभारी कार्यपालक निदेशक नवीन श्रीवास्तव, पावरग्रिड के मुख्य महाप्रबंधक श्री एल एस नेगी, उत्तरी क्षेत्र-3 के मानव संसाधन प्रभारी शिबब्रत आचार्य, मुख्य प्रबंधक-सबाहत उमर, मानव संसाधन प्रभारी-बिनोद कुमार तथा केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता रवि कांत भी मौजूद थे.