वाराणसी में होगा कुपवाड़ा में शहीद गामिल कुमार श्रेष्ठ का अंतिम संस्कार
जम्मू के कुपवाड़ा (तंगहाल सेक्टर) में पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में शहीद राइफलमैन गामिल कुमार श्रेष्ठ का अंतिम संस्कार वाराणसी में मंगलवार की शाम को होगा।
पार्थिव शरीर मंगलवार की शाम को ही वाराणसी छावनी स्थित 39 जीटीसी पहुंचा।
यहां सशस्त्र सलामी दी गयी। इसके बाद हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार किया जायेगा।
पल्या रामपुर (नेपाल) निवासी थे
शहीदों में नेपाल निवासी राइफलमैन गामिल कुमार श्रेष्ठ मूल रूप से पल्या रामपुर नेपाल के रहने वाले थे।
वह जून 2018 में 39 में वाराणसी में प्रशिक्षण प्राप्त कर सेना में गया था।
पाक की हरकतों के हुए शिकार
पाक की हरकतों के हुए शिकार और तिरंगे की खातिर दी अपने प्राणों की आहुति।
दूसरे जवान हैं असम के हवलदार पद्म बहादुर श्रेष्ठ।
उनका भी पार्थिव शरीर वाराणसी आयेगा। 39 जीटीसी में सशस्त्र सलामी दी जायेगी।
शहीद दोनों जवान आर बैच के 222 यूनिट से प्रशिक्षण प्राप्त कर सेना भर्ती हुए थे। 39 गोरखा राइफल यूनिट के हैं।
गामिल श्रेष्ठ अविवाहित
शहीद गामिल श्रेष्ठ अविवाहित थे और वर्ष 2017 में ही ट्रेंनिग पूरी कर सेना में शामिल हुए थे।
उसके परिवार से उसकी माँ सीता श्रेष्ठ पिता रुद्र प्रसाद श्रेष्ठ तथा बड़ा भाई गणेश श्रेष्ठ के अलावा सैन्य व प्रशासनिक अधिकारियों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
वहीं मीडिया के लोगो ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
गामिल 2017 में ट्रेनिंग पूरी करके सेना में गये थे। वहीं पद्म बहादुर ने 17 साल तक भारतीय सेना की सेवा की। वे अपने पीछे एक बेटी व एक बेटा व पत्नी छोड़ गये हैं।
यह भी पढ़ें: कमलेश तिवारी के हत्यारों का सिर कलम करने वाले को एक करोड़ रुपये देगी शिवसेना
यह भी पढ़ें: कमलेश तिवारी हत्याकांड : फर्जी ID के सहारे हिंदू समाज पार्टी से जुड़ा था हत्यारोपी
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)