153 मौतों के बाद नीतीश कुमार ने तोड़ी चुप्पी, कहा – ‘जो भी हुआ बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण’
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की मौत के मामले में पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोले। विधानसभा में चर्चा के दौरान जवाब देते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि जो भी हुआ वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि पटना एम्स के डाॅक्टरों और कई विशेषज्ञों के साथ इसको लेकर 2015 में बैठक हुई थी जिसमें एक कारणों पर सबकी अलग-अलग राय थी। यहां तक कि एक रिपोर्ट अमेरिका भी भेजी गई थी लेकिन वहां भी सबकी अलग-अलग राय थी।
नीतीश कुमार ने बताया कि हमने इस पर कई बैठकें और विस्तार से चर्चा की है। नीतीश कुमार ने माना कि कई सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त बेड तक नहीं है लेकिन इलाज और बचाव की हरसंभव कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
सीएम नीतीश से पहले स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने भी चमकी बुखार से संबंधित कुछ आंकड़े सदन में पेश किए। उन्होंने बताया, ‘बिहार में चमकी बुखार के कारण अभी तक करीब 153 बच्चों की मौत हो चुकी है। बिहार सरकार के आंकड़ों के मुताबिक मार्च से 28 जून तक 720 भर्ती हुए, 586 ठीक हुए और 154 बच्चों की मौत हो गई। मृत्यु दर घटकर 21 प्रतिशत रह गई है।’
उन्होंने बताया कि साल 2011-19 के आंकड़ों के अनुसार पिछले कुछ सालों में इस बीमारी के कारण मृत्यु दर कम हुई है।
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