भगोड़े माल्या की अपील, मेरा पैसा लेकर जेट एयरवेज बचा लो

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भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने भारतीय बैंको से अपील की है कि उसका पैसा लेकर संकटग्रस्त जेट एयरवेज को बचा लें। माल्या ने दोहराया कि कर्नाटक हाईकोर्ट के सामने संपत्ति बेचकर कर्ज चुकाने का प्रस्ताव रखा था। बैंक ऐसा क्यों नहीं कर रहे?

विजय माल्या ने कहा कि मैंने कर्नाटक हाईकोर्ट के सामने प्रस्ताव रखा था कि सरकारी बैंकों और दूसरे कर्जदाताओं का बकाया चुकाने ​के लिए मेरी संपत्तियां बेच दी जाएं। बैंक क्यों नहीं कर रहा ऐसा? इससे कुछ नहीं तो बैंकों को जेट एयरवेज को बचाने में मदद तो मिल ही जाएगी।

‘सरकारी बैंकों का दोहरा मापदंड’-

ट्विटर पर माल्या ने कहा, ‘मैंने अपनी कंपनी और उसके कर्मचारियों को बचाने के लिए किंगफिशर एयरलाइंस में 4000 करोड़ से अधिक का निवेश किया। लेकिन सरकारी बैंकों ने बेहतर कर्मचारियों और कनेक्टिविटी वाली एयरलाइन को बेरहमी से नाकाम होने दिया। एनडीए के शासन में यह दोहरा मापदंड है।

एक अन्य ट्वीट में भगोड़े माल्या ने कहा, ‘भाजपा प्रवक्ता ने पीएम मनमोहन सिंह को मेरे पत्रों को पढ़कर सुनाया और आरोप लगाया कि यूपीए सरकार के वक्त सरकारी बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस का गलत तरीके से समर्थन किया था। मीडिया ने मुझे वर्तमान पीएम को पत्र लिखने के लिए उकसाया। मुझे आश्चर्य है कि एनडीए सरकार के तहत अब क्या बदल गया है।’

मिल चुकी है माल्या के प्रत्यर्पण की मंजूरी-

माल्या ने कहा कि यह देखकर खुशी हुई कि सरकारी बैंकों ने जेट एयरवेज को नौकरी, कनेक्टिविटी और उद्यम की बचत के लिए जमानत दी है। किंगफिशर के लिए भी मैंने ऐसी ही उम्मीद की थी।

मालूम हो कि लंदन की अदालत और वहां का गृह विभाग माल्या के प्रत्यर्पण की मंजूरी दे चुका है। माल्या ने इस फैसले के खिलाफ लंदन के हाईकोर्ट में अपील की है। माल्या को मुंबई स्थित प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) अदालत भगोड़ा घोषित कर चुकी है। भगोड़ा आर्थिक अपराधी कानून-2018 के तहत माल्या पहला अपराधी है जिसे भगोड़ा घोषित ​किया गया है।

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