MP : शिवराज सिंह चौहान ने दिया इस्तीफा
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने में असफल रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वह सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करेंगे। उन्होंने बुधवार सुबह राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि संख्या बल उनके पास नहीं है, इसलिए वह इस्तीफा दे रहे हैं।
उधर, कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रही है और राज्यपाल ने उसे 12 बजे मिलने का समय दिया है। राज्यपाल से मुलाकात के बाद शिवराज ने कहा, ‘अब मैं मुक्त हूं, मैं आजाद हूं। मैंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया है। चुनाव में हार की जिम्मेदारी पूरी तरह से मेरी है। मैंने कमलनाथ जी को बधाई दी है।
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‘ शिवराज ने कहा कि बीजेपी वोट बढे़ हैं लेकिन सीटों की संख्या कम हुई है।उन्होंने ने चर्चित कवि शिवमंगल सिंह सुमन की कविता के साथ अपनी बात खत्म की। उन्होंने कहा, ‘ना हार में, ना जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं, कर्तव्य पथ पर जो भी मिले, ये भी सही वह भी सही।’ बता दें कि इस कविता को अक्सर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी दुहराते थे।
इससे पहले मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष राकेश सिंह ने मंगलवार देर रात ट्वीट कर कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस को जनादेश नहीं है। कई निर्दलीय और अन्य बीजेपी के संपर्क में हैं। कल (बुधवार) राज्यपाल महोदया से मिलेंगे।
विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर सकें
उधर, गोवा से सबक लेते हुए मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की ओर से सीएम पद के दावेदारों में शामिल कमलनाथ ने चुनाव परिणाम की घोषणा से पहले ही राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा था कि कांग्रेस पार्टी को सरकार बनाने का मौका दिया जाए ताकि वह विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर सकें। कमलनाथ ने दावा किया था कि उन्हें निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है।
कमलनाथ ने मंगलवार रात को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और उसे बहुसंख्यकों का समर्थन हासिल है। सभी निर्दलीयों ने भी कांग्रेस को समर्थन देने का आश्वासन दिया है।’ इसके बाद राज्यपाल ने उन्हें अंतिम चुनाव परिणाम आने तक इंतजार करने को कहा था।
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