पांच सितंबर को जिग्नेश मेवाणी करेंगे दलित आंदोलन
भीमा कोरेगांव मामले में हुई गिरफ्तारियों का विरोध करते हुए युवा दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने इसे मोदी सरकार द्वारा देश में उभरते दलित आंदोलन को बदनाम करने की साजिश करार देते हुए पांच सितंबर को देश भर में दलित प्रदर्शन का ऐलान किया।
जिग्नेश मेवानी ने पांच सितंबर को देश भर में दलितों को आंदोलन करने का आह्वान करते हुए कहा कि देश के अलग अलग हिस्सों में दलित प्रदर्शन करेंगे।
चुनाव में सांत्वना बटोरने का हथकंडा करार दिया
यह देश में उभरते दलित आंदोलन को बदनाम करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की साजिश है। उन्होंने कहा दलित आंदोलन को नक्सलवाद का टप्पा लगाकर बदनाम किया जा रहा है। वहीं जिग्नेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले की कथित साजिश को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में सांत्वना बटोरने का हथकंडा करार दिया।
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वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि आपातकाल एक झटका था जो आया और चला गया। लेकिन आज की स्थिती इमरजेंसी से भी बदतर है क्योंकि लोकतंत्र को धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, पुलिस को खुली छूट दे दी गई है जिसे चाहे पकड़ ले। प्रशांत भूषण ने कहा कि यदि हम अब नहीं खड़े हुएं, तो सब कुछ खो देंगे।
वरनोन गोंजालवेस को गिरफ्तार किया था
बता दें कि भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में देश के कई हिस्सों से पुणे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने छापेमारी के बाद वामपंथी विचारक गौतम नवलखा, वरवरा राव, सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरा और वरनोन गोंजालवेस को गिरफ्तार किया था।
सेफ्टी वाल्व हटा तो लोकतंत्र का प्रेशर कुकर फट जाएगा
इन गिरफ्तारियों पर रोक लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि असहमति लोकतंत्र का सेफ्टी वॉल्व है। यदि असहमति का सेफ्टी वाल्व हटा तो लोकतंत्र का प्रेशर कुकर फट जाएगा।साभार
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