‘आपदा मोचन बल’ को ट्रेनिंग दे रही है एनडीआरएफ
किसी भी प्रकार की आपदा के प्रबंधन के लिए एक विशिष्ट आपदा मोचन बल की आवश्यकता महसूस की गयी जो कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में तैनात रहकर त्वरित कार्रवाई कर प्रथम बचाव दल की भूमिका निभा सके। इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Yogi Adityanath) ने प्रदेश को आपदामुक्त प्रदेश बनाने की दिशा में एक और सकारात्मक पहल करते हुए उत्तर प्रदेश राज्य आपदा मोचन बल गठित करने का निश्चय किया।
बचाव कार्य के लिए किया गया गठन
इसी क्रम में उत्तर प्रदेश पीएसी बटालियन को राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) का कार्यभार सौंपा गया। इन बटालियन से चयनित अधिकारियों, अधीनस्थ अधिकारियों व जवानों को चयनित कर इनके प्रशिक्षण का कार्यभार राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), वाराणसी को सौंपा गया, जो कि पूरे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में किसी भी आपदा में राहत व बचाव कार्य के लिए तैनात है।इन प्रशिक्षणर्थियों को विशिष्ट प्रशिक्षण टीम द्वारा मेडिकल फर्स्ट रेस्पोंडर, ध्वस्त ढांचा खोज एवं बचाव और बाढ़ राहत व बचाव सम्बन्धी विषयों पर विस्तृत प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
147 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत अब तक प्रथम व द्वितीय बैच में कुल 147 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके अतरिक्त तीसरे बैच का शुभारम्भ 4 जून, 2018 को एनडीआरएफ मुख्यालय, वाराणसी में किया गया, जिसमें 165 प्रतिभागियों ने सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण कर आपदामुक्त प्रदेश बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
एनडीआरएफ की तर्ज़ पर एसडीआरएफ
एनडीआरएफ की तर्ज़ पर एसडीआरएफ को भी राज्य से आपदा प्रबंधन सम्बन्धी विशेष प्रकार के उपकरण दिए जायेंगे जैसे कि मोटर बोट, डीप डाइविंग सेट, हेवी ड्यूटी कटिंग और लिफ्टिंग इक्विपमेंट और अन्य आपदा सम्बन्धी उपकरण। इससे लैस यह बल उत्तर प्रदेश में आपदा प्रबंधन में सहयोग प्रदान करेगा।
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एनडीआरएफ द्वारा एसडीआरएफ को बाढ़ व अन्य आपदाओं से पहले, दौरान और उसके बाद किये जाने वाले उपायों के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इन्हें बाढ़ राहत व बचाव कार्य, ध्वस्त इमारत में राहत बचाव कार्य, विभिन्न शारीरिक चोटों में प्राथमिक उपचार और विशेष प्रकार के आधुनिक आपदा प्रबंधन उपकरणों की जानकारी दी जाएगी।
साथ ही इन्हें विभिन्न केमिकल, न्यूक्लियर और जैविक आपदाओं के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त इन्हें सांप या कुत्ते के काटने पर प्राथमिक उपचार और आपदा के उपरांत फैलने वाली संक्रामक बीमारियों के प्राथमिक उपचार सम्बन्धी जानकारी भी दी जा रही है।
एसडीआरएफ निभाएगी जरूरी भूमिका
तीसरे बैच का शुभारम्भ करते हुए कौशलेश राय, कमांडेंट 11 एनडीआरएफ ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि यह बहुत ही गर्व का विषय है कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य आपदा मोचन बल गठित करने और एक आपदा प्रतिरोधी राज्य तैयार करने की इस मुहिम में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और उत्तर प्रदेश आर्म्ड पुलिस को इसकी ज़िम्मेदारी मिली है, साथ ही मुझे विश्वास है कि भविष्य में राज्य आपदा प्रबन्धन में एसडीआरएफ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।