आखिर 34 हजार की बात सुनकर क्यों चौंक गए थे राजेश साहनी ?
यूपी एटीएस के एएसपी राजेश साहनी ईमानदारी की मिसाल थे। राजेश साहनी की मौत के बाद उनके परिचित सकते में आ गए। एएसपी राजेश साहनी के करीबियों ने बताया कि जब वह सीओ कैसरबाग के पद पर तैनात थे तो उन्होंने अपना एक ऑपरेशन (operation) कराया था।
‘34 हजार की बात सुनकर चौंक गए थे’
चेकअप करने वाले डॉक्टर ने राजेश साहनी को ऑपरेशन की सलाह दी थी। इस ऑपरेशन में करीब 34 हजार रुपये खर्च आना था। 34 हजार रुपये सुनकर वह ऑपरेशन की बात को टाल गए। डॉक्टर के कहने पर राजेश साहनी ने अपना ऑपरेशन तो कराया लेकिन पैसे तीन महीने में तीन किस्तों में दिए।
तबादला रोकने पर अड़ गई थी जनता
राजेश साहनी ने 1992 में यूपी पुलिस में बतौर पीपीएस अधिकारी अपनी नौकरी शुरू की। वह बतौर सीओ जहां-जहां तैनात रहे, लोगों का दिल जीतते रहे। लोग उनके सरल और शांत स्वभाव की मिसाल देते नहीं थकते। बहराइच सीओ सिटी पद से जब उनका तबादला हुआ तो बहराइच की जनता तबादला रोकने की मांग पर अड़ गई थी। इसके बाद लखनऊ में वह बतौर सीओ कैसरबाग और सीओ चौक तैनात रहे थे।
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कैसरबाग दंगा में अहम भूमिका निभाई
कैसरबाग में तैनाती के समय दंगा भड़क गया था। इसमें उन्होंने अहम भूमिका निभाते हुये दोनों पक्षों को न सिर्फ शांत कराया था बल्कि दूसरे दिन ही सबको अपने सामने गले तक मिलवा दिया था।
2013 में हुआ था प्रमोशन
2013 में उनका एडिशनल एसपी के पद पर प्रमोशन हुआ। इसके बाद उन्होंने करीब दो वर्ष तक एनआईए में सवाएं दी और जुलाई 2014 में यूपी एटीएस में जिम्मेदारी संभाली।
कई बड़े ऑपरेशन को दिया था अंजाम
राजेश साहनी ने कई बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया था। अभी हाल ही में आईएसआई के एजेंट को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से गिरफ्तार किया था तो वहीं लखनऊ में हुए सैफुल्ला एनकाउंटर में भी अहम भूमिका निभाई थी।