माल्या पर पीएम मोदी का ब्रिटेन को सख्त जवाब
पीएम मोदी ने विजय माल्या के प्रत्यर्पण के मामले में ब्रिटिश पीएम टरीजा मे को बहुत तल्ख लहजे में जवाब दिया था। भारतीय जेलों पर यूके की कोर्ट के सवाल उठाने पर पीएम मोदी ने मे से कहा था कि ये वही जेलें हैं जहां गांधी-नेहरू जैसे नेताओं को आपने रखा था। इस बात का खुलासा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को किया।
विदेश मंत्री ने भी दिया जवाब
दरअसल माल्या मामले में यूके की कोर्ट ने भारतीय जेलों की स्थिति पर एक तरह से सवाल उठाते हुए कहा था कि वह पहले भारतीय जेलों की जांच करेंगे। मोदी सरकार के 4 साल के दौरान विदेश मंत्रालय की उपलब्धियों को बताने के लिए बुलाए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुषमा ने कहा, ‘अभी कॉमनवेल्थ समिट के समय प्रधानमंत्री जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री टरीजा मे से मिले थे तो उन्होंने यह बात उनको कही थी कि देखिये, जब हमारे भगोड़े यहां आते हैं तो बहुत देर लगती है उन्हें भारत भेजने में।
आपके कोर्ट ने माल्या के केस में यह बात उठाई है कि हम जेलें देखने आएंगे। तो मैं आपको बताना चाहता हूं कि ये वही जेलें हैं जहां आपने महात्मा गांधी को, पंडित नेहरू को और हिंदुस्तान के बड़े-बड़े नेताओं को रखा था, तो उन जेलों पर आज प्रश्न उठाना आपके कोर्ट के लिए सही नहीं है।’ माल्या के प्रत्यर्पण पर सुषमा ने कहा, ‘जहां तक विजय माल्या के प्रत्यर्पण की बात है तो हमने प्रत्यर्पण का अनुरोध कर दिया है।… 12 बैंकों के कंसोर्टियम ने भी केस जीत लिया है और कोर्ट ने कह दिया है कि बैंक रिकवरी कर सकते हैं।
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‘ बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल में कॉमनवेल्थ देशों के राष्ट्राध्यक्षों की बैठक (CHOGM) में हिस्सा लेने गए थे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री से विजय माल्या के प्रत्यर्पण के मुद्दे पर चर्चा की थी। इसी दौरान उन्होंने ब्रिटिश कोर्ट की टिप्पणी का करारा जवाब दिया था।दरअसल, भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या अभी ब्रिटेन में रह रहा है। भारत में उसकी संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है और वह 9,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना कर रहा है। उसके प्रत्यर्पण का मामला ब्रिटेन की अदालत में चल रहा है।
10,000 करोड़ रुपये का मुकदमा हार गया है
इसी महीने विजय माल्या को यूके की एक अदालत से बड़ा झटका लगा है। वह यूके में भारतीय बैंकों द्वारा फाइल किए गए 1.55 अरब डॉलर यानी करीब 10,000 करोड़ रुपये का मुकदमा हार गया है। दरअसल, भारत के 13 बैंकों के समूह ने माल्या से 1.55 अरब डॉलर से अधिक की वसूली के लिए यहां एक मामला दर्ज कराया था। इस मामले में यूके कोर्ट में माल्या की याचिका खारिज हो गई है।
इसके अलावा इसी महीने दिल्ली की एक अदालत ने 9000 करोड़ रुपये का लोन लेकर देश से भाग चुके उद्योगपति विजय माल्या की संपत्तियों को अटैच करने का आदेश दिया है। पटियाला हाउस कोर्ट ने फॉरन एक्सचेंज रेग्युलेशन ऐक्ट (FERA) उल्लंघन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में विजय माल्या की संपत्तियों को अटैच करने का आदेश दिया है। इस केस की अगली सुनवाई 5 जुलाई को होने वाली है।
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