CWG 2018 : सिर्फ 7 सेकेंड और ड्रा हो गया मैच
सात सेकंड, सिर्फ सात सेकंड में जीत भारत के हाथ से फिसल गई। भारतीय(Indian) पुरुष हॉकी टीम पाकिस्तान के खिलाफ 2-1 से आगे थी। कॉमेंटेटर से लेकर दर्शक तक भारतीय जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे थे। वजह पाकिस्तान के खेल में कई खामियां थीं। लेकिन सिर्फ सात सेकंड में मिले दो पेनल्टी कॉर्नर ने पाकिस्तान की हार को 2-2 ड्रॉ में बदल दिया।
पहले बढ़त मिली
शनिवार को राष्ट्रमंडल खेलों के अपने पहले मुकाबले में भारतीय हॉकी टीम के सामने पाकिस्तान थी। भारत का पलड़ा भारी माना जा रहा था। भारत ने शुरुआत वैसी ही की जैसी उससे उम्मीद थी। तेज और आक्रामक हॉकी। शुरुआती मिनटों में भी भारत ने पाकिस्तानी खेमे में हमले बोले। पाक दबाव में था और यह नजर भी आ रहा था। 13वें मिनट में दिलप्रीत सिंह के मैदानी गोल ने भारत को बढ़त दिलायी। इसके बाद 19वें मिनट में हरमनप्रीत के पेनल्टी कॉर्नर गोल ने भारत को 2-0 से आगे कर दिया।
अंतिम समय में बदल गया खेल
तीसरे क्वॉर्टर में पाकिस्तानी टीम का खेल बदला नजर आया। वे अधिक आक्रमक और संतुलित होकर मैदान पर थे। मैच के 38वें मिनट में मोहम्मद इरफान जूनियर ने गोल कर पाकिस्तान के लिए अंतर कम किया। वहीं आखिरी मिनट में मुबाशर अली ने पेनल्टी कॉर्नर से गोल कर अपनी टीम के लिए मुकाबला ड्रॉ कर दिया।
इस मैच को राष्ट्रमंडल खेलों में हॉकी का सबसे बड़ा मुकाबला माना जा रहा था। और यह मैच अपनी अपेक्षाओं पर खरा उतरा भी। ऑस्ट्रेलिया के इस हॉकी मैदान पर भारत और पाकिस्तानी मूल के दर्शक बड़ी संख्या में मौजूद थे। इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई दर्शक भी थे तो शायद भारत-पाक मुकाबले के रोमांच का आनंद लेने मैदान में मौजूद थे।
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मैच की शुरुआत भारत ने आक्रामक ढंग से की
मैच की शुरुआत भारत ने आक्रामक ढंग से की। उसने शुरुआती मौके बनाए हालांकि उन्हें भुना पाने में वह असफल रहा। पहले क्वॉर्टर में फॉरवर्ड दिलप्रीत ने गोल किया। उनके गोल से पिछली बार की सिल्वर मेडलिस्ट टीम भारत 1-0 से आगे हो गया। दूसरे क्वॉर्टर में हरमनप्रीत ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर पाकिस्तान को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया।
भारत के लिए गोलकीपर पी. श्रीजेश ने शानदार प्रदर्शन किया। पाकिस्तान को शुरुआत में कुछ पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन श्रीजेश ने खूबसूरती से बचाव किया। भारत को तीसरे क्वॉर्टर की शुरुआत में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन रुपिंदर पाल सिंह के डिफ्लेक्शन को पाकिस्तानी गोलकीपर इमरान बट्ट ने बचा लिया। पाकिस्तानी टीम हालांकि थोड़ी पिछड़ती नजर आ रही थी लेकिन तीसरे क्वॉर्टर में मोहम्मद इरफान जूनियर ने मैदानी गोल कर अपनी टीम का खाता खोला। यह गोल शुरुआत में अरसलान कादिर के नाम दिया गया था लेकिन रिप्ले में साफ हुआ कि गेंद गोलपोस्ट में जाने से पहले इरफान जूनियर की स्टिक से टकरायी थी।
आखिरी 15 मिनटों में पाकिस्तान ने काफी आक्रामक रुख अपनाया। उन्हें एक के बाद एक तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वह गोल नहीं कर पाए। इसमें श्रीजेश की अहम भूमिका रही जिन्होंने छलांग लगा-लगाकर गेंद को दूर रखा। जब आखिरी 7 सेकंड बचे थे पाकिस्तान को रिव्यू करने पर एक पेनल्टी कॉर्नर मिला। यह उनके लिए किसी उम्मीद से कम नहीं था। पहला पेनल्टी कॉर्नर हालांकि असफल रहा लेकिन इसी के साथ उन्हें एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला। और इसके बाद वही हुआ जिसका डर था। भारत के हाथ आई जीत फिसल गई।