PM के स्वागत में राजस्थानी संस्कृति से सज रहा बनारस

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वाराणसी। विश्व की सबसे प्राचीन नगरी काशी में सोमवार को अाने वाले अपने फ्रांसीसी गेस्ट को लुभाने के लिए बंगाल से आए 23 कारीगर गंगा तीरे तकरीबन 150 प्योर कुश की बनी छतरियां लगा रहे हैं। ये छतरियां अस्सी घाट से लेकर के डॉ राजेंद्र प्रसाद घाट तक लगाई जा रही हैं। साफ-सफाई, रंगरोगन के बाद दशाश्वमेध घाट की सीढ़ियां चमचमा उठी हैं। अधिकारियों की गाड़ियां दिन-रात हूटर बजाती हुई घाट तक दौड़ रही हैं। सुरक्षा के मुकम्मल प्रबंध किए गए हैं।

राजस्थानी कल्चर की दिखेगी झांकी

राजस्थानी संस्कृति की चादर ओढ़े हुए सोमवार को डॉ राजेंद्र प्रसाद घाट दिखेगा।
बनाये जा रहे प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग जानवरों की आकृति रहेगी। प्योर रेशमी कपड़े पर उकेरा गया बनारसी डिजाइन फ्रांसीसी गेस्ट का मन मोहेगा।

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भगवा रंग का लगाया गया शामियाना

जिस प्लेटफॉर्म से गंगा में लगे जेटी से उतर कर फ्रांसीसी राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुजरना है उस प्लेटफॉर्म पर भगवा रंग का शामियाना लगाया गया है। सुरक्षा को देखते हुए प्लेटफॉर्म के दोनों किनारों पर बैरिकेडिंग की गई है।

नावों को हटाने का निर्देश

सुरक्षा का हवाला देते हुए जल पुलिस ने नाविकों के अपनी नावों को हटाने का निर्देश दिया है। जल पुलिस प्रभारी नागेंद्र सिंह ने बताया कि सभी नावों को रामनगर और खिड़कियां घाट पर ले जाने का निर्देश दिया गया है।

जल, थल, नभ से निगहबानी

पीएम मोदी व फ्रांसीसी राष्ट्रपति के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था का ऐसा ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है कि परिंदा भी अपनी मर्जी से पर नहीं मार पाएगा। जल, थल और नभ से सुरक्षाकर्मी निगहबानी करेंगे। पानी में एनडीआरएफ की 18 बोट मौजूद रहेंगी। बोटों पर एनडीआरएफ के 70 जवान मुस्तैद रहेंगे। पानी में मौजूद टीम की अगुवाई एनडीआरएफ के आईजी अलोक कुमार करेंगे। पानी में वाटर एम्बुलेन्स भी मौजूद रहेगी। सुरक्षा कारणों से दर्जन भर बोट पीएम के बजड़े के इर्द-गिर्द मौजूद रहेंगे। आधा दर्जन बोट दशाश्वमेध घाट पर खड़ी रहेगी। दशाश्वमेध घाट पर स्थित गंगा सेवा निधि के कार्यालय में सेफ हाउस बनाया गया है।

(साभार – आज एक्सप्रेस)

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