भईया ये है ‘तुमसे न हो पाएगा’ वाले कुशन, आपने खरीदा क्या
मधुशाला से लेकर जैक स्पैरो जैसे बड़े कलाकार को पैच वर्क में उतार देना कोई छोटी बात नहीं। यहां की महिलाओं ने अपने हाथों की कलाकारी के दम पर इसे जूट के कपड़ों पर उतार दिया है। जी हां हम बात कर रहे लखनऊ महोत्सव में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ के तहत लगे जूट के स्टॉलों में से एक स्टॉल की। जिसका लोगो में खास क्रेज देखने को मिल रहा है । मांग भी इतनी है कि सारा स्टाक खत्म हो चुका है।
कई ट्रेंड में बोली जाने वाली लाइनों को कुशन
छोटा भीम, डोरेमोन औऱ मोटू पतलू, फूल पत्ती, मछली, हॉलीवुड कलाकार इसके अलावा बाबा जी का ठुल्लु से लेकर तुम से ना हो पायेगा, सब मोह माया है, देशी शराब का ठेका और भी कई ट्रेंड में बोली जाने वाली लाइनों को कुशन पर बारीकी से कलाकारी की गई है।
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इन कुशन बजार में ही नहीं महोत्सव में भी बहुत डिमांड है। शालू बताती हैं कि उन्होंने अकेले इस बिजनेस की शुरुआत की थी और अब ये बिजनेस बढ़ कर साढ़े तीन सौ महिलाओं तक फैल गया है। उन्होंने बताया कि पैच वर्क जूट के कपड़े पर किया जाता है। 6 महीने पहले ही इस बिजनेस की शुरुआत की है।
कस्टमर की डिमांड के हिसाब से ऑर्डर की भी सुविधा है
इतने कम समय में उन्हे बड़ी सफलता मिली है। कारखाने में महिलाएं अपने हाथों से पैच बनाती है और रंगबिरंगी धागों से उन्हें कुशन पर बारीकी से उकेरती है। इस बिजनेस में लागत से ज्यादा मुनाफा मिल रहा है। वो बात अलग है कि इस काम को बहुत ही बारीकी से किया जाता है। ताकि कुशन पर धागे न दिखाई दे और अंतिम रुप देते समय इस बात का खास ध्यान दिया जाता है कि काम में पूरी सफाई दिखाई दे। क्योंकि इस काम में बहुत समय लगता है। शालू बताती हैं कि अभी उनका काम जमीनी स्तर पर है। कुशन की डिमांड को देखते हुए इसे बढ़ाने का विचार कर रही हैं। इसके अलावा कस्टमर की डिमांड के हिसाब से ऑर्डर की भी सुविधा है।
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