कांग्रेस का हिंदुत्व पर फोकस, सौराष्ट्र में पार्टी देगी पूजा किट

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गुजरात चुनावों में प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी  ने 20 से अधिक मंदिरों का दौरा किया था। इसका कुछ लाभ भी कांग्रेस को मिला और पार्टी की सीटें बढ़ीं। कांग्रेस अब बढ़त को किसी सूरत में खोना नहीं चाहती है और इसके लिए अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है। सौराष्ट्र में जहां कांग्रेस का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है पार्टी फिर से हिंदुत्व की राह पर आगे बढ़ती दिख रही है।’

जहां भक्तों की संख्या अपेक्षाकृत कम होती है

कांग्रेस सौराष्ट्र के 148 गांवों में राम मंदिरों के काया-कल्प के लिए ‘श्रीराम सूर्योदय संध्या आरती कमिटी’ का गठन करने जा रही है।प्रदेश में नेता विपक्ष परेश धनानी  ने कुछ कार्यकर्ताओं को इसके लिए पूजा किट भी दिया है। कार्यकर्ता सप्ताह में 14 बार नियम से उन मंदिरों में आरती और पूजा करेंगे, जहां भक्तों की संख्या अपेक्षाकृत कम होती है। धनानी ने इस बारे में कहा, ‘पूजा के लिए प्रयोग होनेवाली सामग्री जैसे शंख, झालर और नगाड़ा इस किट में है।

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कमिटी का उद्देश्य परंपरा के साथ भक्ति की भावना को बनाए रखना है।’ धनानी ने कहा, ‘हर गांव में एक रामजी चौराहा है, लेकिन कितने लोग वहां पर जाते हैं? लोगों के बीच अगर शांति से भरे जगह जैसे कि मंदिर जाने की प्रवृति बढ़ेगी तो क्षेत्र में तनाव और अशांति कम होगी। लोगों के बीच में तनाव और असहज माहौल को दूर किया जा सकेगा।’ धनानी ने यह भी बताया कि पार्टी ने सोमनाथ से शंख और राजकोट के पास जसदान से ड्रम और भावनगर से सजावट की चीजें मंगवा ली हैं। जल्द ही इनका वितरण कमिटी के बीच किया जाएगा। पार्टी सूत्रों ने बताया कि जल्द ही औपचारिक तौर पर इस प्रस्ताव को परेश धनानी स्वीकृति दे देंगे।

बीजेपी  की साजिश को तोड़ने के लिए यह अच्छा कदम है

उन्होंने इस पूरी योजना के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी चर्चा की है। धनानी ने आरएसएस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘गुजरात हमेशा से आरएसएस के लिए प्रयोगशाला की तरह रहा है और संघ की प्रदेश में अच्छी पैठ भी है। अब लोग संघ से सवाल पूछने लगे हैं कि हिंदुओं के लिए संगठन होने का दावा करते हैं, लेकिन प्रदेश में हिंदू परंपराओं को आगे ले जाने के लिए अब तक क्या किया है? अयोध्या तो बहुत दूर की बात है हम तो अपने आसपास से ही स्थिति सुधारने के लिए शुरुआत करना चाहते हैं।’पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को हिंदू-विरोधी पार्टी दिखाने की बीजेपी  की साजिश को तोड़ने के लिए यह अच्छा कदम है।

मेरी पदयात्रा का फोकस स्कूल और कॉलेज रहेंगे

2019 लोकसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस को इस पहल से लाभ मिल सकता है। इस बीच खबर है कि बीजेपी की जिन क्षेत्रों में हार हुई है पार्टी ने वहां अपने स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है। सौराष्ट्र में बीजेपी को 12 सीटों का नुकसान हुआ है और पार्टी ने वहां कृषि नीति की समीक्षा शुरू कर दिया है। कांग्रेस जहां जमीनी स्तर पर हवा बनाने की कोशिश कर रही है तो अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी जैसे युवा नेता बीजेपी को सदन में घेरने में कांग्रेस के सहयोगी हैं। वहीं, पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल प्रदेश भर में पदयात्रा कर बीजेपी के खिलाफ अपने अभियान को तेज करेंगे। पटेल ने कहा, ‘कांग्रेस में शामिल होने का इरादा नहीं है। मेरी पदयात्रा का फोकस स्कूल और कॉलेज रहेंगे।’

(nbt)

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