दलितों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता : जिग्नेश
गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने बीजेपी सरकार पर करारा हमला बोला है। मेवाणी ने दिल्ली में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि क्या दलितों को शांतिपूर्ण रैली का हक नहीं है। दलितों पर लगातार हो रही हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी जुबान खोलें।
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केंद्र सरकार दलितों पर अपना रुख स्पष्ट करें। मेवाणी ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी है कि वो आज दिल्ली आ रहे हैं, भीमा-कोरेगांव हिंसा और खुद पर लगे आधारहीन आरोपों पर वह प्रेस कांफ्रेंस करने जा रहे हैं। उन्होंने लिखा, “दिल्ली में 1 बजे प्रेस क्लब में भीमा-कोरेगांव हिंसा और अपने पर लगे आरोपों का जवाब दूंगा। “मुंबई पुलिस की ओर से मेवाणी को रैली की इजाजत नहीं मिलने के बाद जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू के छात्रनेता उमर खालिद के समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की।
कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप है
ये दोनों नेता बतौर वक्ता छात्र भारती के कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे। इसके बाद पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू के छात्रनेता उमर खालिद पर केस दर्ज कर दिया। दोनों पर हिंसा भड़काने का आरोप है। दोनों पर सेक्शन 153(A), 505, 117 के तहत पुणे में एफआईआर दर्ज की गई है। इन दोनों पर पुणे में हुए कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप है।
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