पूर्व मंत्री को रामकरन आर्य को उम्रकैद

0

अखिलेश सरकार में पूर्व मंत्री रहे रामकरन आर्य को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा हो गई है। बस्ती जिला न्यायालय के जज अनिल कुमार पुंडीर ने शंभूपाल हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। हत्या के समय मौजूद रहे 10 में से 1 की मौत के बाद 9 लोगों के खिलाफ 22 साल से सुनवाई चल रही थी। 8 लोगों को दोष मुक्त करार देते हुए सपा के पूर्व मंत्री रामकरन आर्या को उम्रकैद की सजा सुनाई गई।

चार बार विधायक और दो बार मंत्री रहे रामकरन

राम करन आर्य सपा सरकार में आबकारी और खेलकूद राज्य मंत्री रहे। 2017 का विधानसभा चुनाव सपा के टिकट पर लड़े और बुरी तरह चुनाव हार गए। चार बार विधायक और दो बार सपा सरकार में मंत्री रहे। 1889 में जनता दल के टिकट पर लड़कर जीते थे। इसके बाद 1993 में सपाई बन गए और चुनाव जीत गए। साल 2002, 2012 में वह सपा के टिकट पर लड़े और जीते।

क्या है शंभूपाल हत्याकांड ?

शंभूपाल डुमरियागंज से बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल के चचेरे भाई थे। जिनकी 24 नवंबर 1994 को बस्ती के सुभाष तिराहा पर दि‍न में 12 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।आरोप है कि बस्ती पूर्व सीट से विधायक रहे रामकरन आर्य ने अपने गनर की बंदूक छीनकर शंभूपाल को गोली मारी थी। घटना के समय शंभू पाल वाल्टरगंज में आयोजित किसान गोष्ठी में शामिल होने के लिए जीप से जा रहे थे। सुभाष तिराहा पर रामकरन आर्य के वाहन में शंभूपाल की जीप से पीछे से ठोकर लग गई थी। इसी बात पर दोनों पक्ष में कहासुनी हुई और बात बढ़ गई। तब से इस मामले की सुनवाई चल रही थी।

बेटे ने लड़ी लड़ाई इंसाफ की लड़ाई

जैसे पूर्व मंत्री रामकरन आर्य पर दोपहर करीब एक बजे अदालत का फैसला आया तो भारी भीड़ कोर्ट के बाहर जमा हो गई। बस्ती की दीवानी अदालत में इस मामले की पैरवी शंभू पाल के बेटे शिव बहादुर पाल ने की थी। फैसला आने के बाद शिव बहादुर पाल ने कहा कि पिता की हत्या की साजिश रचने के आरोप में आरोपी को सजा मिल जाने के बाद से अब कुछ हल्का महसूस कर रहा हूं।

बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं रामकरन

मंत्री रामकरन पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं। एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि आने वाले चुनावों में जो हमें वोट नहीं देगा वो हमारा सगा नहीं है। उन्होंने कहा था, पोलिंग के दिन जो भी कार्यकर्ता बूथ पर खड़ा होकर मुलायम और अखिलेश को वोट देगा, वहीं उनका सगा है। बेटी देना और बेटी लेना कोई रिश्तेदारी नहीं है। वहीं इस बार के विधानसभा चुनाव में रामकरन आर्य ने भाजपा को बड़ा शैतान तथा कांग्रेस को छोटा शैतान बताया था।

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More