स्मृति : ‘जो अमेठी नहीं बचा पाए, वो गुजरात क्या जीतेंगे’
गुजरात में 8 दिन बाद पहले चरण के चुनाव होने हैं। बीजेपी और कांग्रेस यहां चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। एक महीने के दौरान राहुल गांधी 6 बार गुजरात जा चुके हैं। कांग्रेस गुजरात में जीत का सपना तो देख रही है, लेकिन यूपी के नगर निकाय चुनाव में अपनी सीटें ही नहीं बचा पाई। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसे लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा है।
कांग्रेस प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा है
स्मृति ने तंज कसते हुए कहा, ‘जो अमेठी-रायबरेली में अपना वोट नहीं बचा पाए, वो गुजरात क्या जीतेंगे?’ बता दें कि शुक्रवार को आए निकाय चुनाव नतीजों में रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा है।
योगी जी को बहुत-बहुत बधाई
रायबरेली ऊंचाहार नगर पंचायत से सपा उम्मीदवार शाहीन सुल्तान 558 वोटों से जीतीं। वहीं, अमेठी में जायस नगर पालिका वार्ड नंबर-9 से बीजेपी प्रत्याशी प्रेमा देवी 151 से विजय हासिल की है। स्मृति ईरानी ने ये बातें ‘न्यूज 18 हिंदी’ से खास बातचीत के दौरान कही। पढ़ें, स्मृति ईरानी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश:- नरेंद्र भाई की लोकप्रियता एक बार फिर साबित हुई है। यूपी में संगठन और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का काम बता रहा है। योगी जी को बहुत-बहुत बधाई।
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–आपने राहुल गांधी के सामने अमेठी में ताल ठोंकी थी। आजकल वह गुजरात में ताल ठोंक रहे हैं?
देश सबका है। मैं देश को प्रदेश के आधार पर नहीं बांटती। इतना ही कहूंगी कि वो अपने ही वोटर्स के बीच नकार दिए गए हैं। गुजरात में क्या जीतेंगे?
–आजकल राहुल गांधी बीजेपी और पीएम मोदी से सवाल बहुत पूछ रहे हैं?
बेतुकी बातों का इतिहास रहा है। बिना फैक्ट के बोलते हैं वो। जो गलत बात बोलता हो, जिसके फैक्ट्स ही सही न हो, वो क्या करेक्ट लीडरशिप करेगा। आजकल तो यह भी सुनने में आया है कि उन्होंने कांग्रेस प्रेसिडेंट के इलेक्शन को ही फिक्स कराया है। ऐसा इंसान आगे क्या करेगा?
–आजकल राहुल गांधी मंदिर दर्शन भी खूब कर रहे हैं?
इस पर इतना ही कहूंगी कि भगवान के घर श्रद्धा लेकर जाए, तो ठीक है। वोट का लालच लेकर जाएंगे, तो न भगवान की कृपा दृष्टि होगी और न ही वोटर्स की।
–राहुल तो अपना जनेऊ भी दिखा रहे हैं?
हिंदुओं को आतंकवादी कहने वाला आजकल जनेऊ दिखा रहा है।
–कपिल सिब्बल भी पीएम मोदी पर सवाल उठा रहे हैं?
सिब्बल का तो इतिहास रहा है बेतुकी बातें करने का। उन्हें उनकी पार्टी ही गंभीरता से नहीं लेती है। हम क्या लें?
(साभार – न्यूज 18)