हिंसा का हल बापू की सोच में : शिवराज

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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महात्मा गांधी का सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों को वास्तविक धरातल पर खड़ा करने वाला नायक बताते हुए कहा कि आज दुनिया में हिंसा और आतंक का राज दिखाई पड़ रहा है, जिसका समाधान बापू की सोच में निहित है।

राजधानी के गांधी भवन में अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महात्मा गांधी जन्म से नहीं, कर्म से महान बने थे। सारी जिंदगी सत्य और अहिंसा का प्रयोग करके बापू ने जीवन गढ़ा था।

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सत्याग्रह के द्वारा अंग्रेजों को देश छोड़ने के लिए विवश किया

मुख्यमंत्री चौहान ने आगे कहा कि महात्मा गांधी का दर्शन, भारतीय दर्शन है। भारतीय संस्कृति के सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों को बापू ने वास्तविकता के धरातल पर खड़ा किया। अहिंसा का व्यावहारिक रूप बताया। वे ऐसे सत्याग्रही थे, जिन्होंने सदैव सत्य के मार्ग पर चलकर अहिंसा और सत्याग्रह के द्वारा अंग्रेजों को देश छोड़ने के लिए विवश किया।

बड़े-बड़े युद्धों के विजेताओं का अंत कुंठा में हुआ है

उन्होंने कहा कि, हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। बड़े-बड़े युद्धों के विजेताओं का अंत कुंठा में हुआ है। दुनिया में आज हिंसा और आतंक का राज दिखाई पड़ रहा है। उसका समाधान बापू की सोच में है। आवश्यकता उसे आचरण में उतारने की है।

बेधड़क गदंगी फैलाने वाले भी, अब गदंगी फैलाने में संकोच करने लगे हैं

चौहान ने आगे कहा कि महात्मा गांधी स्वच्छता के प्रति आग्रही थे। आग्रह से दृष्टिकोण बदलता है। जब मैला ढोने की परंपरा थी, उस समय बापू स्वयं शौचालय साफ करते थे। इस पर उनका पत्नी से विवाद भी हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान की प्रेरणा महात्मा गांधी हैं। प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान का प्रभाव दिखने लगा है। समाज के नजरिये में स्वच्छता के प्रति परिवर्तन हुआ है। बेधड़क गदंगी फैलाने वाले भी, अब गदंगी फैलाने में संकोच करने लगे हैं।

सर्वधर्म प्रार्थना और भजन ‘वैष्णवजन..’ की प्रस्तुतियां हुईं

इससे पहले कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री का सूत की माला से स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में सर्वधर्म प्रार्थना और भजन ‘वैष्णवजन..’ की प्रस्तुतियां हुईं।

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