महामना जयंती पर BHU में फूलों की बहार, महाकुंभ को समर्पित पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन

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वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित मालवीय भवन में आज 25 दिसंबर को तीन दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन विश्वविद्यालय रेक्टर ने फीता काटकर किया. महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर बुधवार को बीएचयू के मालवीय भवन में पुष्प प्रदर्शनी लगाई गई. इस पुष्प प्रदर्शनी जिसका काशी वासियों और खास तौर पर बीएचयू के प्रोफेसर. डाक्टर, छात्र-छात्राएं और पुरातन छात्रों को साल भर इंतजार रहता है.

इस प्रदर्शनी में तरह-तरह के पुष्प सजाए गए हैं. पौधों की बोनसाई प्रजाति लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है तो गुलाब की विभिन्न प्रजातियां भी दर्शकों को लुभा रही हैं. तीन दिवसीय मदन मोहन मालवीय स्मृति पुष्प प्रदर्शनी 2024 का उद्घाटन रेक्टर (कुलगुरु ) प्रोफेसर संजय कुमार ने फीता काटकर किया.

फूलों की विभिन्न प्रजातियों ने लुभाया…

उद्घाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. रवि कुमार सिंह आईएफएस (वन संरक्षक) थे. अश्वनी कुमार देशवाल ने बताया कि तीन दिवसीय मालवीय पुष्प प्रदर्शनी लोगों को दर्शनार्थ खोल दिया गया है. प्रदर्शनी की सफलता के लिये डा. कल्याण वर्मन, अश्विनी कुमार देशवाल, गिरवर लाल, मनोरंजन कुमार, आनंद कुमार सिंह एवं कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा.

इस बार प्रदर्शनी में प्रमुख रूप से गुलदावदी के गमले, फूल और फूलों का संग्रह, कोलियस, विभिन्न प्रकार के शोभाकारी पौधे, रंगीन पत्तियों के समूह लगाए गए हैं. गुलदावदी के कटे फूल, गुलाब के कटे फूल, लीलियम, जरेवरा, कार्नेशन, ग्लैडियस, रजनीगंधा, बर्ड ऑफ पैराडाइज, गेंदा, गुलाब आदि पुष्पों के गमले, रिफ्लैक्स्ड इनकर्विंग, स्पाइडर, पोममौन, स्पून एनिमोन आदि प्रारूपों में प्रदर्शित किए गए हैं.

साथ ही विभिन्न प्रकार के फल एवं सब्जियां, कलात्मक पुष्प सज्जा, मंडप, फूलों से सुसज्जित रंगोली, सुकर्तन कला (टॉपियरी), बोनसाई और हरी पत्तियों के संग्रह, मालवीय जी पर आधारित वास्तुकला के नमूने मानव पक्षी एवं जलप्रपात आदि मुख्य रूप से आकर्षण के केंद्र रहे. यह पुष्प प्रदर्शनी महाकुंभ को समर्पित है. इस प्रदर्शनी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा. इस बार तीन मंडप बनाए गए थे जो लोगों को बरबस अपने लोग आकर्षित कर रहे थे.

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प्रदर्शनी में गुलाब के ये पुष्प रहे आकर्षण का केंद्र

– किंग ऑफ दी शो-लुसाम्डा
-क्वीन ऑफ द शो- हेड लाइनर
-प्रिंस ऑफ द शो- टॉप सिक्रेट
-प्रिंसेस ऑफ द शो- डेरेक मेमो

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प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय के अन्य विभाग, छात्रावास, उद्यानों के साथ जिले की विभिन्न संस्थाएं मसलन-39 जीटीसी, उपनिदेशक उद्यान, जिला उद्यान अधिकारी वाराणसी और आजमगढ़, गाजीपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र, संत रविदास नगर, चंदौली, मऊ के अलावा डीजल रेल इंजन कारखाना, केंद्रीय कारागार, जिला कारागार, स्थानीय नर्सरी, होटलों तथा नागरिंकों ने सहभाग किया. तीन दिवसीय आयोजन में 300 से अधिक प्रजातियां प्रदर्शनी में शामिल की जाएंगी, इसमें सब्जी की 38 प्रजाति, औषधीय पौधा 18 और फल की 12 प्रजातियां शामिल हैं.

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