क्या है डिंगा – डिंगा बीमारी ? जिसमें डांस करने लगता है व्यक्ति…
यह पढ़ने में भले ही थोड़ा अटपटा लगे लेकिन यह सच है कि, विदेश में एक ऐसी बीमारी फैल रही है जिसमें ग्रसित व्यक्ति डांस करने लग जाता है. यही वजह है कि, इस बीमारी को स्थानीय लोगों ने डिंगा-डिंगा नाम दिया है. दरअसल, यह बीमारी भारत से करीब साढ़े पांच हजार किलोमीटर दूर स्थित दक्षिण अफ्रीका के देश युगांडा में तेजी से फैल रही है. बताते हैं कि, इस बीमारी में व्यक्ति इतनी बुरी तरह से कांपता है कि, लगता है कि, वह नाच रहा है. ऐसे में आइए जानते हैं कि, इस बीमारी के लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है….
क्या है डिंगा – डिंगा के लक्षण ?
इस बीमारी से प्रभावित लोगों को बुखार, शरीर में अनियंत्रित कंपकंपी, कमजोरी और चलने-फिरने में कठिनाई जैसी समस्याएं हो रही हैं. गंभीर मामलों में तो मरीज़ों को लकवा भी मार रहा है. हालांकि, राहत की बात ये है कि इस बीमारी से अब तक किसी की मौत नहीं हुई है और यह अभी सिर्फ एक ज़िले तक ही सीमित है. डिस्ट्रिक्ट हेल्थ ऑफिसर डॉक्टर कियिता क्रिस्टोफर इस बीमारी को लेकर बताती हैं कि, डिंगा डिंगा एक सेल्फ-हीलिंग डिज़ीज़ है, यानी यह खुद ही ठीक हो जाती है. मरीज़ों का इलाज एंटीबायोटिक्स से किया जा रहा है और कुछ हफ्तों में वे ठीक हो रहे हैं. डॉक्टर ने यह भी कहा कि, हर्बल दवाइयों से इस बीमारी का इलाज नहीं हो सकता है, इसलिए लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे ज़िला स्वास्थ्य केंद्र से ही सहायता लें.
2023 में सामने आया था इस बीमारी का पहला मामला
डिंगा डिंगा बीमारी का पहला मामला 2023 की शुरुआत में सामने आया था और अब मरीज़ों के सैंपल युगांडा के स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजे गए हैं, ताकि बीमारी के बारे में अधिक जानकारी मिल सके. कई लोग इस बीमारी की तुलना 1518 में फ्रांस में फैली “डांसिंग प्लेग” से कर रहे हैं, जिसमें लोग लगातार नाचते रहते थे और इस दौरान उनकी मौत हो जाती थी. हालांकि, डिंगा डिंगा इतनी गंभीर नहीं है, लेकिन इसे लेकर सतर्क रहना जरूरी है. युगांडा के स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह है कि, लोग साफ-सफाई रखें, हाईजीन का ध्यान रखें और संक्रमित मरीज़ों से संपर्क से बचें.अगर कोई लक्षण दिखे, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें.
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भारत के लिए अच्छी खबर…
भारत में इस बीमारी को लेकर चिंता की बात नहीं है, क्योंकि यह सिर्फ युगांडा के एक ज़िले तक सीमित है. डॉ. पियूष मिश्रा, जनरल फिज़ीशियन के अनुसार, भारतीयों को डरने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन यदि आप विदेश यात्रा से लौटे हैं, तो स्क्रीनिंग करवाएं और किसी भी लक्षण को नज़रअंदाज न करें. अगर आपको किसी भी तरह की दिक्कत महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सामाजिक दूरी बनाए रखें.