मदिरा प्रेमियों के लिए खुशखबरी: क्रिसमस और नए साल पर यूपी में देर तक खुलेंगी शराब की दुकानें…
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मदिरा प्रेमियों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है, जिसमें आबकारी विभाग ने आगामी त्योहारों और नए साल के जश्न को देखते हुए शराब की दुकानों के संचालन समय में बदलाव करने का निर्णय लिया है. इस फैसले के अनुसार, क्रिसमस और नए साल के अवसर पर शराब की दुकानें एक घंटा अतिरिक्त देर तक खुली रहेंगी. आम दिनों में प्रदेश में शराब की दुकानें सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक खुलती हैं, लेकिन अब 24, 25 और 31 दिसंबर को ये दुकानें रात 11 बजे तक खुली रहेंगी. इस बदलाव की पुष्टि आबकारी आयुक्त डॉक्टर आदर्श सिंह के निर्देश पर हुई है. वही 12 दिसंबर को जारी एक पत्र के माध्यम से इस फैसले की सूचना सभी जिलाधिकारियों और लाइसेंस प्राधिकारियों को दी गई है.
त्योहारों के अवसर पर बदलाव
आदेश के मुताबिक, 25 दिसंबर को मनाए जाने वाले क्रिसमस और 31 दिसंबर को नए साल के जश्न के लिए शराब की दुकानों के संचालन का समय बढ़ाया गया है. 24 दिसंबर, 25 दिसंबर और 31 दिसंबर को शराब की दुकानें सुबह 10 बजे से रात 11 बजे तक खुली रहेंगी. इस बदलाव का उद्देश्य लोगों को त्योहारों और नए साल की पार्टियों में आसानी से शराब उपलब्ध कराना है.
नए साल पर खास तैयारियां
नए साल का जश्न मनाने के लिए उत्तर प्रदेश के लोग बड़े उत्साह के साथ तैयारियों में जुटे हुए हैं. जिसको लेकर होटल, रेस्टोरेंट और विभिन्न आयोजनों में बड़ी संख्या में लोग भाग लेते हैं. शराब इन जश्नों का एक प्रमुख हिस्सा बन चुकी है, जिससे आबकारी विभाग को हर साल बड़ा राजस्व मिलता है. हालांकि, शराब का अधिक सेवन अकसर दुर्घटनाओं और विवादों की वजह बनता है. ऐसे में इस दौरान पुलिस और प्रशासन को अतिरिक्त सतर्क रहना पड़ता है. त्योहारों पर बढ़ती भीड़ और संभावित जोखिमों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जाते हैं.
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समय में बदलाव के साथ सख्त हुए सुरक्षा के इंतजाम
शराब की बिक्री बढ़ने से सरकार को राजस्व में इजाफा होता है. त्योहारों और नए साल के दौरान लोग शराब की जमकर खरीदारी करते हैं, जिससे आबकारी विभाग को काफी मुनाफा होता है. हालांकि, इसका दूसरा पक्ष यह भी है कि, शराब से होने वाले बवाल और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को सक्रिय रहना पड़ता है.आमतौर पर शराब का अधिक सेवन लोगों को संतुलन खोने पर मजबूर कर देता है, जिससे दुर्घटनाओं और विवादों की संभावना बढ़ जाती है. इस बदलाव के तहत प्रशासन ने न केवल आम जनता की सुविधा का ध्यान रखा है बल्कि सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी भी सुनिश्चित की है. अब देखना यह होगा कि इस फैसले का असर कैसे पड़ता है.