अतुल सुभाष केस: सास, पत्नी, साले की गिरफ्तारी के बाद भाई ने जताई भतीजे की चिंता, कही ये बात….

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अतुल सुभाष केस: अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में बीते रविवार को पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग सिंघानिया को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस मामले का चौथा आरोपी यानी निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया अभी भी फरार चल रहा है. जिनकी तलाश पुलिस की टीमों द्वारा की जा रही है. इन तीनों की गिरफ्तारी के बाद अतुल सुभाष के भाई विकास मोदी ने अपने भतीजे की चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि, ”भतीजे के हालात को सार्वजनिक किया जाए और अगर संभव हो तो उसकी देखभाल उन्हें सौंपी जाए.”

अतुल के भाई ने पुलिस की सराहना

तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अतुल सुभाष के भाई विकास मोदी ने पुलिस के कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा है कि, ”बहुत मेहनत से ये कार्य किया गया है. हालांकि, इस मामले में कुछ और लोग भी शामिल हैं, जिनकी अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. लेकिन उन्हें विश्वास है कि बेंगलुरु पुलिस जल्द से जल्द उन पर भी एक्शन लेगी.इसके आगे विकास ने भतीजे के प्रति चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि, भतीजे के हालात को सार्वजनिक किया जाए और अगर संभव हो तो उसकी देखभाल उन्हें सौंपी जाए. उनका परिवार भतीजे को अपने पास रखने के लिए पूरी तरह तैयार है और उसकी उचित परवरिश करना चाहता है ताकि वह एक बेहतर जीवन जी सके.”

विकास मोदी ने की ये अपील

विकास मोदी ने अपील की है कि अतुल का बेटा कहां है, किस हालात में है और वह किसके पास है, इन सभी सवालों का जवाब दिया जाए. उन्हें बच्चे की चिंता हो रही है. उल्लेखनीय है कि, अतुल के भाई ने बेंगलुरु में अपने भाई की मौत के मामले में उसकी पत्नी निकिता, सास और साले के खिलाफ केस दर्ज कराया था. अतुल सुभाष के भाई, विकास मोदी, ने सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में न्याय की अपील की है. उनका मानना है कि न्याय केवल गिरफ्तारी से नहीं मिलता, बल्कि शोषण के खिलाफ अदालत का सहारा लेना भी जरूरी है. विकास ने यह भी कहा कि महिलाओं के अधिकारों पर बहुत चर्चा होती है, लेकिन पुरुषों की समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं देता.

कैसे हुई गिरफ्तारी

अतुल सुभाष के सुसाइड मामले की जांच के लिए बेंगलुरु पुलिस ने कई टीमें बनाई हैं. जिसमें से एक टीम जौनपुर में थी, जबकि दूसरी टीम निकिता सिंघानिया और उसके परिवार के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही थी. अतुल सुभाष के भाई विकास कुमार की शिकायत पर बेंगलुरु के मारथली थाने में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जिनमें पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया का नाम शामिल था.

पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (IPC) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और धारा 3(5) के तहत मामला दर्ज किया था. इस मामले में मारथली थाने के सब इंस्पेक्टर और केस के जांच अधिकारी की तीन सदस्यीय टीम जौनपुर में निकिता सिंघानिया के घर पर कागजी कार्रवाई कर रही थी और जौनपुर कोर्ट में चल रहे केस के दस्तावेज एकत्र कर रही थी. दूसरी टीम निकिता और उसके परिवार के अन्य सदस्यों की तलाश में लगी हुई थी.

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नंबर ट्रेस कर हुई निकिता की गिरफ्तारी

पुलिस ने निकिता की तलाश के लिए पहले उसकी मल्टी नेशनल कंपनी (MNC) से उसका नंबर प्राप्त किया और फिर उसी नंबर के आधार पर उसे ट्रेस किया, जिसके बाद उसे गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा, इलाहाबाद हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर करने की तैयारी कर रही निकिता की मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को भी बेंगलुरु पुलिस की टीम ने एक फ्लैट से गिरफ्तार किया. वर्तमान में तीनों आरोपियों को एक अदालत ने बेंगलुरु पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद ज्यूडिशल कस्टडी में भेज दिया है.

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