लुटेरी दुल्हन व उसके कथित रिश्तेदार गिरफ्तार
वाराणसीः लंका पुलिस ने अविवाहित लोगों को फंसाकर रूपया लेकर शादी कराने और उसके बाद नई नवेली दुल्हन द्वारा जेवर व रूपये लेकर भाग जाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. उसने इस मामले में लुटेरी दुल्हन समेत उसके पांच कथित रिश्तेदारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. डीपी काशी जोन द्वारा लंका पुलिस को इस सफलता पर ₹25000 का नगद पुरस्कार दिया गया है.
इस तरह की युवक संग ठगी…
डीपी काशी जोन ने बताया कि पिछले दिनों घनश्याम पुत्र मिश्रीलाल निवासी पर्वबतसर वार्ड नं0-02 हरसोर रोड, डेला की ढाणी थाना परबतसर नागौर राजस्थान ने सूचना दिया कि मेरा दोस्त सुमेर सिंह मेरे यहां का रहने वाला है. उसने मुझसे शादी के लिए लड़की के बारे में बताया. जानकारी दी कि लड़की उसकी साली है. उसका नाम संगीता है. यदि तुम्हें पसन्द होगी तो शादी करा दूंगा. उसकी बात पर विश्वास कर मैं अपने छोटे भाई महाबीर राम के साथ वाराणसी आया. मुझे सुमेर ने काशी विश्वनाथ ले जाकर दुल्हन संगीता से मिलवाया. उसके साथ उसके फुफा अनिल, जीजा प्रसन कुमार, मां शोभा देवी तथा बुआ गुड़िया भी थे. दुल्हन पसन्द हो जाने के बाद वे लोग उसे नगवा में एक घर में ले गए जहां उसकी शादी संगीता से कराई. शादी की रस्म पूरी होने के बाद इन लोगों द्वारा विदाई कराई गई.
रेलवे स्चेशन से भाग निकली दुल्हन
विदाई के बाद संगीता मडुवाडीह स्टेशन पहुंची तो वहां वह बहाना बनाकर अपने कथित भाई के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर भाग गई. दूसरी ओर धीरे-धीरे उसके रिश्तेदार आदि भी वहां से हट गए. इसके बाद वह वापस आया और इन लोगों के बारे में पता किया. जानकारी मिली कि उसके साथ इन लोगों ने फर्जीवाड़ा कर एक लाख 17 हजार रूपया ले लिया गया. ये लोग लड़की के रिश्तेदार नहीं थे बल्कि गैंग के सदस्य थे.
इस तरह से थे घटना को अंजाम
डीपी काशी जोन के अनुसार वादी द्वारा बताये गए स्थान पर जाकर जानकारी की गई और सुमेर सिंह को पकड़ा गया. वह अविवाहित लोगों को फंसाने के बाद उनसे रूपए लेकर शादी कराने के लिए वाराणसी लाता है जहां उसके गैंग के सदस्य पूरी तैयारी रखते हैं. लड़की दिखाने से लेकर शादी कराने तक का कार्यक्रम इन लोगों द्वारा किया जाता है. लड़की के जो भी परिजन (मां, बहन, बुआ, जीजा, बहनोई) सभी गैंग के सदस्य होते हैं. ये लोग लड़के की तरफ से प्राप्त रूपयों को आपस में बांट लेते हैं तथा स्टेशन पर लड़की को छोडने जाते हैं. वहां ट्रेन आने के पूर्व ही लड़की द्वारा कोई-न-कोई बहाना जैसे पानी पीने, पेट दर्द आदि बताकर वहां से भाग जाती है.इसके साथ ही उसके गैंग के सदस्य भी रफूचक्कर हो जाते हैं. इस प्रकार इन लोगों का एक संगठित गिरोह जो पैसे के लिए धोखाधडी व कूट रचना कर आपराधिक कृत्य करता है.
इनकी हुई गिरफ्तारी…
पुलिस ने इस मामले में सुमेर सिंह,
अनिल निवासी कौशाम्बी, प्रसन कुमार निवासी राजस्थान, विभा (फर्जी नाम संगीता) निवासी पूर्वी चम्पारन बिहार तथा शोभा निवासी चित्तईपुर, वाराणसी, आसिया निवासी चौबेपुर को सामनेघाट मैदान थाना लंका के पास घेराबंदी कर दबोच लिया. इनके पास से 4900 रूपया नगद, 06 मोबाइल फोन,एक आधार कार्ड आदि बरामद हुआ है.