नहीं थम रहा NRI शादियों में भारतीय दुल्हन की मौत का सिलसिला, लंदन से सामने आया एक और मामला…
NRI शादियों में घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न और हत्या की शिकायतों का पुराना नाता रहा है, वहीं इसी कड़ी में लंदन से एक और मामला सामने आया है. जिसमें एनआरआई दूल्हे ने अपनी भारतीय पत्नी को मौत के घाट उतार कर खुद फरार हो गया है. जी हां, हम बात कर रहे है हर्षिता ब्रेला हत्याकांड की, इस हत्याकांड को लंदन में अंजाम दिया गया है और इन दिनों लंदन पुलिस इस मामले को लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्च ऑपरेशन चला रही है. ऐसे में आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला, अब तक इस तरह के कितने मामले सामने आ चुके हैं, भारत में हर साल कितनी एनआरआई शादियां होती है और इसको लेकर क्या कानून और नियम ?
क्या है हर्षिता ब्रेला मर्डर केस ?
आज से करीब डेढ साल पहले यानी 22 मार्च 2023 को हर्षिता ब्रेला और पंकज लांबा की अरेंज मैरिज हुई थी, इस शादी से दोनों ही परिवार काफी खुश थे. इस दौरान हर्षिता ब्रिटेन के नॉर्थैंप्टनशायर में एक वेयरहाउस में नौकरी करती थी, जबकि पंकज लांबा ब्रिटेन में ही पढ़ाई कर रहा था. ये दोनों ही दिल्ली के रहने वाले थे, लेकिन शादी के करीब एक महीने बाद यानी 30 अप्रैल को दोनों ब्रिटेन चले गए और नॉर्थैंप्टनशायर में किराए के घर में रहने लगे.
शादी के बाद सबकुछ अच्छा चल रहा था, लेकिन करीब 6 महीने के बाद 13 नवंबर 2024 को अचानक से हर्षिता गायब हो जाती है और उसका फोन बंद आता है. जिसके बाद उसके दोस्त पुलिस के पास हर्षिता के लापता होने की खबर दर्ज कराते हैं, जिसके बाद पुलिस हर्षिता की खोज शुरू कर देती है. रिपोर्ट दर्ज होने के करीब 24 घंटों के बाद 14 नवंबर को कोरबी से ठीक 95 मील दूर ईस्ट लंदन में पुलिस लावारिस कार की सूचना मिलती है, जिसकी डिग्गी में एक लाश बरामद होती है और फॉरेंसिक जांच में मालूम पड़ता है कि, यह लाश किसी और की नहीं बल्कि हर्षिता ब्रेला की है.
लाश मिलने के बाद मिसिंग रिपोर्ट मर्डर रिपोर्ट में बदल जाती है और इसके साथ ही शुरू हो जाती है हर्षिता मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने की प्रक्रिया…जिसमें मालूम पड़ता है कि, सिर्फ हर्षिता ही नहीं बल्कि उसका पति पंकज लांबा भी गायब है, न तो वो घर पर मिलता है और न ही उसका फोन लगता है.
वहीं पडोसी से मालूम पड़ता है हर्षिता के मिसिंग होने से पहले दोनों के बीच झगड़ा हुआ था. ऐसे में लंदन पुलिस इस पूरे मर्डर केस की गुत्थी को सुलझाने के लिए बड़े स्तर पर पड़ताल शुरू कर देती है. लेकिन एनआरआई से शादी और फिर हत्या का यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि ऐसे कई मामलों में जिनमें भारतीय लड़कियों से शादी करके हत्या, उत्पीड़न के मामले सामने आते हैं….
NRI शादी में धोखाधड़ी के मामले…
शरणदीप कौर – 2014
शरणदीप कौर पंजाब की रहने वाली हैं, जिनकी शादी इटली में नौकरी करने वाले एनआरआई हरविंदर सिंह से 13 मार्च 2014 को एक सिख मंदिर में हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद ही हरविंदर के परिवार वाले शरणदीप के परिवार से 10,000 डॉलर की मांग करने लगे, ताकि उनका दामाद इटली में बस सके. पैसे देने से इंकार करने पर शरणदीप को भूखा रखने के साथ उसके साथ मारपीट की गयी और फिर शादी के आठ हफ्ते के बाद शरणदीप का पति उसे छोड़कर इटली चला गया. शरणदीप 9 साल से अपनी पति का इंतजार कर रही है.
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रूपाली – 2017
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, रूपाली की शादी साल 2017 के सितंबर माह में कनाडा में रहने वाले एक एनआरआई से हुई थी. रूपाली बताती है कि, उनके ससुराल वालों ने शादी के दूसरे दिन से ही पैसों को लेकर उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया था. वहीं एक महीने तक रहने के बाद उन्हें मालूम पड़ा कि, कनाडा में उनके पति पहले से ही शादीशुदा हैं और एक महीने बाद रूपाली का पति उसे छोड़कर चला गया.
इस दौरान रूपाली गर्भवती थी, लेकिन रूपाली ने हार नहीं मानी और अपने एनआरआई पति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई और साल 2019 में रुपाली को सफलता मिली. कनाडा में रहे उसके पति का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया. उसके उनके पति को भारत वापस आना ही पड़ेगा.
मनदीप कौर – 2022
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की रहने वाली मनदीप कौर ने 3 अगस्त 2022 को न्यूयॉर्क में आत्महत्या कर ली थी. खुदकुशी से पहले उन्होंने एक वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें मनदीप ने बताया कि, उनका एनआरई पति रंजोधबीर सिंह संधू आठ साल से उन्हें प्रताड़ित कर रहा है. रंजोधबीर सिंह संधू न्यूयॉर्क में रहता था.
औसतन प्रतिदिन तीन मामले होते है दर्ज
सरकारी आंकड़ो के अनुसार, साल 2015 के 1 जनवरी से लेकर साल 2019 के 31 अक्टूबर तक एनआरआई विवाह शिकायतों के कुल 6094 मामले दर्ज किए गए हैं औऱ उनमें से कुछ का समाधान किया गया है.
भारत में हर साल कितनी एनआरआई शादियां होती है?
भारत में होने की वाली एनआरआई शादियों का आंकड़ा सरकार द्व्रारा प्रकाशित नहीं किया जाता है, लेकिन कुछ रिपोर्ट और आंकड़ो के अनुसार, भारत में हर साल करीब 1 से डेढ़ लाख एनआरआई शादियां होती है. इन शादियों में अधिकतर महिलाएं पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार राज्यों से होती हैं. वहीं इन शादियों में एनआरआई पुरूष अधिकतर यूएई, सऊदी अरब, यूरोप, यूएसए, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में बसे होते हैं.