वाराणसी: नहीं रहे शहर दक्षिणी से सात बार के विधायक श्याम देव राय चौधरी “ दादा“
वाराणसी: काशीवासियों के प्रिय, यूपी के पूर्व मंत्री और शहर दक्षिणी से भाजपा के 7 बार विधायक रहे श्याम देव राय चौधरी “ दादा“ का आज वाराणसी की रवींद्रपुरी कालोनी स्थित ओरियाना अस्पताल में उपचार के दौरान 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया. 2017 के बाद से दादा ने सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया था. विगत 10-15 दिन पूर्व तबीयत खराब होने पर उनको ओरियाना अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 2007 और 2012 में उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था. उनके जाने से समर्थकों एवं काशी वासियों में शोक की लहर दौड गई है.
सीएम ने अस्पताल जाकर जाना था हाल
कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनका हाल चाल जानने अस्पताल पहुंचे थे. पीएम मोदी ने भी उनका हाल जाना था. काशी की जड़ों से गहरे से जुड़े, सदा जीवन उच्च विचार के सच्चे धारक दादा का निधन काशीवासियों के लिये अत्यंत दुखद है. जनता के सुख दुख के लिए दादा ने बहुत लड़ाई लड़ी थी. बनारस में हो रही बिजली कटौती को लेकर दादा अपनी सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए थे और किसी के मनाये नही माने थे.
बाद में उनको मुख्यमंत्री ने लखनऊ बुलाया और बनारस की बिजली कटौती के संबंध में उनको ठोस आश्वासन मिला तब दादा ने धरना समाप्त किया था. उस समय बीजीपी के सीएम राम प्रकाश गुप्ता थे. अखिलेश यादव की सरकार में भी कंपनी गार्डेन के बाहर इन्होंने बिजली कटौती के खिलाफ लंबे समय तक अनशन किया था. हालांकि पिछले दो चुनावों में भाजपा ने उनको हाशिये पर रख दिया था. उनके निधन पर भाजपा नेताओं ने शोक जताया है.
पार्षद के तौर पर सियासी सफर की शुरुआत
1939 में ईस्ट बंगाल में जन्में दादा 1968 में पार्षद के तौर पर अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी और 1985 में पहले विधानसभा चुनाव को लड़ने के दौरान उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, 1989 में वह पहली बार विधायक चुने गए थे. इसके बाद लगातार वह विधायक रहे. बेहद सादगी भरा जीवन जीने वाले दादा हमेशा रिक्शे से या फिर पैदल ही चलते नजर आते थे. विधायक रहते हुए उन्होंने कभी भी ना ही सरकारी सुविधा का लाभ लिया नहीं गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाने आने के लिए अक्सर वह स्थानीय लोगों की मोटरसाइकिल पर बैठकर ही कहीं सफर पर निकल जाया करते थे. चाय और पान की दुकान पर इनसे अक्सर लोग मिलते थे. कोई अगर गुहार लेकर आता था तो बेहिचक उसके साथ चल देते थे. श्यामदेव राय चौधरी की छवि बेहद ही सादगी भरी मानी जाती रही.
Also Read: वाराणसी: ALS के संभावित इलाज के लिए सेल-आधारित चिकित्सा उपकरण बनाएंगे
मनाने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आना पड़ा
2017 में टिकट कटने पर नाराज हुए नेता को मनाने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आना पड़ा था. इस दौरान दक्षिणी विधानसभा में लोगों की नाराजगी को दूर करने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, इस इलाके में रोड शो किया था. बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने पहुंचे थे. इस दौरान विश्वनाथ मंदिर के गेट पर मौजूद श्याम देवराज चौधरी को देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद उनके हाथ पकड़ कर, उन्हें अंदर अपने साथ ले गए. यह तस्वीर काफी चर्चा में भी रही थी. उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्का्र आज शाम पांच बजे मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा. बता दें कि दादा के बडे पुत्र प्रणव का पिछले दिनों बीमारी के कारण निधन हो गया था.