कल से शुरू हो रहा संसद का शीतकालीन सत्र, सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने रखी ये मांग
संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से आरंभ होने जा रहा है. इससे पहले, रविवार को सरकार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक बुलायी, जिसमें विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा, प्रदूषण और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की मांग की.
विपक्ष ने इन मुद्दों पर चर्चा की मांग की
बैठक के बाद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उनकी पार्टी मणिपुर हिंसा, वायु प्रदूषण, और देशभर में हो रही रेल दुर्घटनाओं पर संसद में बहस चाहती है, और इसके लिए एक प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया गया है.
वहीं, सत्तारूढ़ पक्ष ने स्पष्ट किया कि संसद में किस विषय पर चर्चा होगी, यह निर्णय संसद की कार्य मंत्रणा समिति द्वारा लिया जाएगा. उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि विपक्ष संसद की कार्यवाही में व्यवधान न डाले और उसे सुचारू रूप से चलने दिया जाए.
दो सांसदों को दिलाई जाएगी शपथ
शीतकालीन सत्र के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा सहित दो नए सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी. ये सांसद वायनाड और नांदेड़ लोकसभा उपचुनावों में जीत कर संसद पहुंचे हैं. लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला इन दोनों सांसदों को शपथ दिलाएंगे.
सर्वदलीय बैठक का आयोजन संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने किया था. इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, कांग्रेस के नेता गौरव गोगोई, राज्यसभा सांसद जयराम रमेश, द्रमुक के टी. शिवा और अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल जैसे प्रमुख नेता शामिल हुए. विपक्षी नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने की मांग की.
इस शीतकालीन सत्र में 16 विधेयकों पर विचार और पारित किए जाने की संभावना है, हालांकि ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ से संबंधित विधेयक फिलहाल कार्यसूची में शामिल नहीं किए गए हैं. इस सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, शिवसेना, बीजू जनता दल सहित करीब 30 पार्टियों के 40 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए.