भाईदूज पर बहनों ने की लंबी उम्र की कामना…
वाराणसी: काशी में बहन-भाई के अटूट प्रेम का प्रतीक भैया दूज का पर्व हर्षोल्लास के साथ परंपरागत तरीके से मनाया गया. भाइयों की लंबी उम्र की कामना को लेकर ग्रामीण इलाकों में काफी उत्साह देखने को मिला. सुबह से ही महिलाओं में काफी उत्साह देखने को मिला. यहां बहनों ने गाय के गोबर से तरह-तरह की आकृति बनाकर भाई के नाम पर गोधन कूटा और दुश्मनों से रक्षा करने की भगवान से प्रार्थना की.
भाइयों की उतारी आरती
भाई दूज के दिन घर पर भाई के आगमन के साथ ही बहनों ने ईश्वर से उनके दीर्घायु होने की कामना की. इसके बाद तिलक लगाकर उनकी आरती उतारी. यम के द्वार को कूटते हुए बहनों ने भाइयों की लंबी उम्र की कामना की. अनोखी परंपरा को निभाते हुए बहनों ने पहले भाइयों को मरने का श्राप दिया, उसके बाद प्रायश्चित करते हुए अपनी जीभ पर कांटा चुभाया और फिर गौधन कूटा. जिसके बाद अपने सामर्थ्य के हिसाब से भाइयों ने भी बहनों को अनुपम उपहार भेंट किया.
सिरगोवर्धनपुर में महिलाओं ने बड़े हर्षोल्लाह के साथ भैया दूज को लेकर पूजा पाठ किया. विधि विधान के साथ दूध और गोबर से विभिन्न कलाकृति बनाई. इस दौरान ग्राम की बुजुर्ग महिलाएं भी मौजूद रही. महिलाओं द्वारा कथा का वाचन किया गया. वहीं महिलाओं ने बताया कि इस पूजा के दौरान कथा कहा जाता है जिसे सभी लोग सुनते हैं. दीपावली के साथ ही भैया दूज का भी पूजा प्रारंभ हो जाती है. वहीं शहर भर में कुछ स्थानों पर आज तो कुछ स्थानों पर कल भैया दूज मनाया जाएगा.
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उपवास कर बहनों की यमराज की पूजा
इस दौरान बहनों ने भाई दूज के दिन उपवास रखकर यमराज की पूजा की. बहनों ने यमराज का आह्वान कर अपने भाई की उम्र दीर्घायु करने की प्राथर्ना की. बता दें कि भैया दूज प्रेम, आस्था, विश्वास के साथ-साथ भारतीय संस्कृति का धरोहर माना जाता है. अपने भाई को यम के त्रास से मुक्ति दिलाने के लिए सबसे उपयुक्त पर्व माना जाता है.
भैया दूज के पीछे कई पौराणिक कथाएं हैं. बताते हैं कि एक दिन यमराज अपनी बहन की नाराजगी को दूर करने के लिए उनसे मिलने उनके घर पर पहुंचे. भाई को आते देख बहन बहुत खुशी हुई, उसने भाई को तरह-तरह का स्वादिष्ट व्यंजन खिलाकर खूब सत्कार किया.