“चक्रवात दाना” के आफत के बीच 1600 बच्चों की गूंजी किलकारी…

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Cyclone Dana: चक्रवाती तूफ़ान दाना के कहर को रोकने को लेकर ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सतर्कता बड़ा दी गई है. इसी बीच जानकारी मिली है कि चक्रवात दाना के बीच राज्य में 4500 करीब गर्भवती महिलायों में से 1600 महिलायों ने बच्चों को जन्म दिया है. चक्रवाती तूफ़ान के चलते ओडिशा में चार और बंगाल में करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

गर्भवती महिलाओं को किया गया सुरक्षित…

बता दें कि, चक्रवात तूफ़ान को देखते हुए शासन और प्रशासन ने सभी तैयारियां कर ली है. लोगों को तटीय इलाकों से निकल कर उन्हें सुरक्षित स्थानों में भेज दिया गया है. उन्हें यहां भोजन और पानी की सुविधा दी जा रही है. इसी दौरान कहा गया है कि करीब 4500 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित कर अस्पतालों में भेजा गया है और उनकी देखभाल की जा रही है.

दाना तूफ़ान के बीच 1600 महिलाओं ने दिया बच्चे का जन्म…

खास बात यह है कि इस आपदा के बीच गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित स्थानों में रखा गया है. इनमें से अभी तक 1600 महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया है. इनमें से कई बच्चों का जन्म आश्रय स्थलों पर ही हुआ है. खास बात यह है कि इसमें से कई परिवारों ने अपने नौनिहाल का नाम चक्रवात के नाम पर ‘ दाना’ रख दिया है.

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7 जिलों में अलर्ट की घोषणा….

बता दें कि चक्रवात दाना को लेकर ओडिशा के 7 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक आज दिनभर दाना का असर देखने को मिलेगा, जिसके चलते राज्य के 7 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. विभाग के मुताबिक़ इस दौरान 100 से 120 किलोमीटर की रफ़्तार से हवा चलने का अनुमान है जबकि कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश भी हो सकती है.

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बालासोर से लोग सबसे ज्यादा सुरक्षित…

जानकारी के मुताबिक, बालासोर के लोगों को ज्यादा मात्रा में सुरक्षित किया गया है. जहां से करीब पौने दो लाख लोगों को सुरक्षित किया गया है. इसके बाद मयूरभंज में 1 लाख,भद्रक में 75000,जाजपुर में 58000 ,केंद्रपाड़ा में 46000 हजार लोगों को बाहर निकला गया है.

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