वाराणसी में 1132 करोड़ का पुनरीक्षित बजट पास, इन सुविधाओं को बढ़ाने की तैयारी

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मेयर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में वित्तीय वर्ष 2024-25 के पुनरीक्षित बजट की हुई बैठक में नगर निगम के आय-व्यय मदों पर विचार किया गया. शहर की सीवर, पेयजल, जलनिकासी और स्ट्रीट लाइट की सुविधाएं बढ़ाने पर सहमति बनाते हुए करीब 1132.97 करोड़ के पुनरीक्षित बजट पर मुहर लग गई. आम जनता की मूलभूत सुविधाओं को बेहतर करने की दिशा में होने वाले कार्यों के लिए बजट बढ़ाया गया है. बैठक में निर्णय लिया गया कि नगर निगम के सभी कर्मियों को दीपावली से पहले ही वेतन जारी किया जाएगा.

सीवर, पेयजल, जलनिकासी और स्ट्रीट लाइट पर फोकस

शहर में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों पर बैठक में हंगामा हुआ. पार्षद इंद्रेश सिंह ने स्ट्रीट लाइटों का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि यह पूरे नगर निगम का मुद्दा है. कई बार शिकायत करने के बाद भी खराब स्ट्रीट लाइटों को ठीक नहीं कराया जाता है. अन्य पार्षदों ने भी यह मुद्दा उठाया तो मेयर ने इसका समाधान कराने का आश्वासन दिया. पेयजल और कुछ वार्डों में सफाई का मुद्दा भी उठा. बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए मूल बजट 1049.16 करोड़ का था, जिसे 83.81 करोड़ रुपये बढ़ाकर पास किया गया. इसी प्रकार जलकल के 294 करोड़ का बजट 1 करोड़ बढ़ाकर पास किया गया. आय, व्यय के मदों पर चर्चा हुई. आय के मदों में 71.02 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की गई. व्यय के मदों में 44.27 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की गई.

नगर निगम की बैठक में हुए फैसले

• सेवा/प्रशासनिक शुल्क सड़क क्षति वसूली के मद में मूल बजट में 3 करोड़ का प्रावधान था. इसे बढ़ाकर 4 करोड़ कर दिया गया.
• राज्य वित्त आयोग मद के मूल बजट में 380 करोड़ का प्रावधान था. इसे बढ़ाकर 450 करोड़ किया गया.
• कर्मचारियों के पेंशन मद के बजट को 70 करोड़ से बढ़ाकर 80 करोड़ कर दिया गया.
• उद्यानों के रख-रखाव के मद को दो करोड़ बढ़ाकर पांच करोड़ किया गया.
• गंगा नदी सफाई के लिए फ्लोटिंग थ्रेस स्किमर खरीदने एवं संचालन के मद को 3.57 करोड़ से घटाकर 2.57 करोड़ कर दिया गया.
• जलकर, जलमूल्य और सीवरकर सहित अन्य जलकल विभाग के करों के मद को 96.30 करोड़ से बढ़ाकर 97.30 करोड़ कर दिया गया.
• जल निकासी के व्यय मद को दो करोड़ से बढ़ाकर तीन करोड़ कर दिया गया.

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क्या होता है पुनरीक्षित बजट

पुनरीक्षित बजट यानी रिवाइज़्ड बजट का मतलब है, बजट में संशोधन करना. बजट संशोधन के ज़रिए, बजट प्राधिकरण को आवंटन, फ़ंड, संगठन, खाते, प्रोग्राम कोड, या इनमें से किसी भी संयोजन को एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाता है. किसी भी बजट संशोधन का शुद्ध प्रभाव, किसी एक जगह पर बजट प्राधिकरण को बढ़ाना और दूसरी जगह पर इसे कम करना होता है.

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