इजरायली PM के आवास पर लेबनान ने ड्रोन से किया हमला, अटैक के दौरान घर पर नहीं थे नेतन्याहू
19 अक्टूबर को लेबनान से आए एक ड्रोन ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निजी आवास को निशाना बनाया. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने पुष्टि की कि इस हमले के समय नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा घर पर नहीं थे, और इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. यह हमला उस समय हुआ जब इजरायली सेना ने हमास के नेता याह्या सिनवार को 16 अक्टूबर को मार गिराया था, जो 7 अक्टूबर के हमले का मुख्य रणनीतिकार माना जाता था.
सिनवार की मौत के बाद हमला
सिनवार की हत्या के बाद हिजबुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ “एक नया और उग्र चरण” शुरू करने की चेतावनी दी. इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने 17 अक्टूबर को सिनवार की मौत की आधिकारिक घोषणा की, जिसमें कहा गया कि वह 7 अक्टूबर के हमले का सूत्रधार था.
7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले में लगभग 1,200 इजरायली नागरिकों की जान गई, और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया, जिनमें से लगभग 101 अभी भी लापता हैं और माना जाता है कि वे गाजा में हैं. इस हमले के बाद, इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया और गाजा पट्टी में सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिससे संघर्ष और बढ़ गया.
ड्रोन हमले ने क्षेत्र में जारी अस्थिरता को उजागर किया है, जहां इजरायल और विभिन्न उग्रवादी समूहों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. पीएमओ की त्वरित प्रतिक्रिया इस बात को दर्शाती है कि इजरायली नेतृत्व वर्तमान स्थिति में सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर है.
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जैसे-जैसे हालात बिगड़ते हैं, इजरायल और उसके प्रतिकूल पक्षों को सतर्क रहना होगा, क्योंकि कोई भी बढ़ता तनाव एक बड़े संघर्ष का कारण बन सकता है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति पर नजर रखे हुए है, क्योंकि भविष्य में किसी भी प्रकार की अनियोजित हिंसा से पूरे मध्य पूर्व में और संकट उत्पन्न हो सकता है.