बीएचयू के रेजिडेंट डॉक्टरों ने फिर लगाई न्याय की गुहार, निकाला कैंडल मार्च
वाराणसीः कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर के मामले को लेकर न्याय की मांग और विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोर्ट में सुनवाई से पहले बीएचयू के रेजिडेंट डॉक्टरों ने आज शाम कैंडल मार्च निकालकर एक बार फिर से न्याय की गुहार लगाई. डॉक्टरों ने कहा कि आज हम कैंडल मार्च निकालकर अपने बहन के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं. इस पूरे मामले में जो बड़े-बड़े दोषी हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
बीएचयू प्रशासन ने नहीं उठाया ठोस कदम
डॉक्टरों ने आरोप लगाए कि हमने अपने प्रोटेस्ट के दौरान बीएचयू में भी सुरक्षा को लेकर कई मांग किए थे. आश्वासन देकर हमें काम पर लौट के लिए बोल दिया गया. लेकिन अभी तक कोई भी ठोस कदम विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नहीं उठाया गया है. डॉक्टरों ने कैंडल मार्च निकालने के बाद दो मिनट का मौन रख मृत डॉक्टर की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. डॉक्टरों ने कहा कि इस प्रकरण की गंभीरता से जांच की जानी चाहिए. इस मामले में जो भी अभी तक दोषी पाए गए है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
किसी भी हद तक जाने के लिए हैं तैयार
हम IMS BHU के रेजिडेंट डॉक्टर WBJDF और अभया के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रहे सभी डॉक्टरों के पूर्ण समर्थन में खड़े हैं. हम न्याय दिलाने और पूरे भारत में स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं. राज्य और केंद्र सरकार को यह जान लेना चाहिए कि जब तक हमें कार्यस्थल पर सम्मान और सुरक्षा के साथ जीने का मौलिक अधिकार नहीं मिल जाता, तब तक हम झुकेंगे नहीं.
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उन्होंने कहा कि अस्पताल की सारी स्वास्थ्य सेवा सुचारु रुप से चलती रहेगी और हम लोगों का न्याय के लिए विरोध जारी रहेगा. डॉक्टरों ने कहा कि पीड़ित परिवार को सरकार की तरफ से आर्थिक मदद भी की जाए और सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित होनी चाहिए. कैंडल मार्च काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आईएमएस से निकलकर सिंह द्वारा गया और सिंह द्वारा से पुनः वापस महिला महाविद्यालय चौराहे पर आकर खत्म हुआ.