वाराणसी: कलर रूट पर ही दौड़ेगी ई-रिक्शा, स्टीकर और क्यूआर न लगाने पर पुलिस सख़्त
बिना स्टिकर ई-रिक्शा चलाने वाले चालकों पर सख्ती के साथ कार्रवाई की जाएगी.
वाराणसी में जाम की समस्या को देखते हुए यातायात परिचालन नियम में बड़े बदलाव किए गए है. इनमें सभी ई-रिक्शा चालकों को आवंटित क्यूआर कोड युक्त स्टिकरों को चिपकाकर निर्धारित रूटों पर ही जाने की सुविधा दी गई है. इसका आवंटन पूरा हो चुका है और सोमवार यानी आज से इस व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशासन के द्वारा पूरी निगरानी की जानी है. बिना स्टिकर ई-रिक्शा चलाने वाले चालकों पर सख्ती के साथ कार्रवाई की जाएगी.
ई-रिक्शा पर चार तरह के कलर कोड लगाए गए हैं. इनमें रेड, येलो, ग्रीन और ब्लू कलर के साथ ई-रिक्शा का संचालन किया गया है. इन कलर अनुसार निर्धारित रूटों पर ही चालकों को ई- रिक्शा चलाने की अनुमति दी गई है.
13 दिनों के बाद आवंटन प्रकिया शुरू
10 सितंबर से यातायात पुलिस के जरिए चार रंगों का स्टिकर आवंटन की प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसको 13 दिनों के बाद पूरा किया जा सका. इसका कारण रहा कि बनारस में कुल ई- रिक्शा की संख्या 26,000 से अधिक है. इसलिए इस प्रक्रिया में इतने दिन लग गए.
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संचालित कलर कोड के अनुसार अगर ई-रिक्शा नहीं चलाए जाते हैं तो इन्हें पूरी तरह से सीज करने के आदेश दिए गए हैं. इसके साथ ही पुलिस प्रशासन की तरफ से इसकी देखरेख का विशेष जिम्मेदारी आज से सौंपी जा चुकी है, जिसके अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी.
ऑटो के खिलाफ भी अभियान
वहीं सभी ई-रिक्शा चालक को क्यूआर कोड उनकी सुविधा को देखते हुए दिया गया. नई व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी. इसके साथ ही जानकारी के अनुसार ई-रिक्शा के साथ ऑटो के खिलाफ भी अभियान चलेगा.
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नई ट्रैफिक प्रणाली की शुरुआत
बता दें ई-रिक्शा QR-कोड और रूटवार चलेंगे. वाराणसी ट्रैफ़िक पुलिस लाइन में 10 सितंबर, 2024 को क्यूआर कोड और कलर कोड लगाकर नई ट्रैफ़िक प्रणाली की शुरुआत की गई थी. इसमें चार कलर-ज़ोन रेड, ऐलो, ग्रीन, और ब्लू में ई-रिक्शा को अलग-अलग रूटों पर आवंटित किया गया. बिना स्टिकर चलने वाले ई-रिक्शा पर सख्ती शुरू हो गई है. इसके लिए 10 दिनों तक विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा.