सेल्फ बैगेज ड्राप सिस्टम से लैस होकर वाराणसी बना देश का तीसरा एयरपोर्ट
वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट अब सेल्फ बैगेज ड्राप सिस्टम से लैस हो गया है.
वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट अब सेल्फ बैगेज ड्राप सिस्टम से लैस हो गया है. दिल्ली और मुंबई के बाद अब सुविधाओं को लेकर देश का तीसरा और दुनिया का चौथा एयरपोर्ट बन गया है, जहां इस तरह की सुविधा है. ऐसा एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है. इस नई सेवा से यात्रियों के समय की बचत होगी और लंबी क़तार से भी छुट्टी मिलेगी. यात्रियों की सुविधा के लिए बाबतपुर स्थित टर्मिनल बिल्डिंग के प्रस्थान हाल में सेल्फ सर्विस बैग ड्रॉप (SSBD) यूनिट इंस्टॉल की गई है. ये सुविधा फिलहाल तीन एयरलाइंस एयर इंडिया, इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस के पास उपलब्ध हैं.
इस नई सेवा से ये मिलेगी सहूलियत
बता दें कि पारंपरिक तौर पर एयरपोर्ट पर सामान ड्रॉप करने में लगभग चार से पांच मिनट का समय लग जाता है. इस नई सर्विस के तहत चेक-इन डेस्क से लेकर बोर्डिंग पास प्रिंट करने और कॉमन यूज सेल्फ सर्विस (CUSS) कियोस्क पर सामान का टैग लेना शामिल है.
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अधिकारियों का कहना है कि सामान ड्रॉप करने वाली यूनिट तक पहुंचने के बाद यात्रियों को अपना बोर्डिंग पास स्कैन करना होता है और अपने बैग को कन्वेयर बेल्ट पर रखना होता है. इस सुविधा के जरिए डीजी यात्रा का प्रयोग करने वाले यात्रियों को काफ़ी सहूलियत मिलेगी.
ये करना होगा काम
विमान यात्री को डीजी गेट से प्रवेश करने के बाद सेल्फ बैगेज मशीन के पास जाना होगा और अपना पीएनआर नंबर डालना होगा. पीएनआर नंबर डालते ही बेल्ट पर अपना सामान रखना होगा. इसके बाद सामान स्वतः बेल्ट से अंदर चला जाएगा.
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बैग ड्राप करने के बाद यात्री सिक्योरिटी होल्ड एरिया होते हुए विमान में सवार होंगे. इसके पूर्व यात्रियों को सेल्फ चेक-इन कायस्क से बैगेज टैग का प्रिंट निकालना होगा. बैगेज टैग को अपने बैग पर लगाना होगा.