NAE की यंग एसोसिएट चुनी गईं IIT की डॉ. ओब्बट्टू साईं लक्ष्मी भावना

शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को प्रस्तुति देने और INAE चयन समिति के साथ बातचीत में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा.

0

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिंदू विश्वविद्यालय) के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. ओब्बट्टू साईं लक्ष्मी भावना को वर्ष 2024 के लिए इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (INAE) यंग एसोसिएट के रूप में चुना गया है. यह प्रतिष्ठित सम्मान उन युवा इंजीनियरों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की हैं और जिनमें इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भविष्य में उत्कृष्टता और प्रभाव के लिए मजबूत क्षमता है.

इस संबंध में बीएचयू आईटीआई की डा. ओएसएल भावना ने जानकारी दी कि चयन प्रक्रिया के हिस्से के रूप में, शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को प्रस्तुति देने और INAE चयन समिति के साथ बातचीत में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा, जिसकी तिथियां बाद में घोषित की जाएंगी.

Also Read- बीएचयू: आश्वासन देकर छात्रों को मनाया, देर रात तक चला धरना-प्रदर्शन

चुने गए INAE यंग एसोसिएट्स को INAE वार्षिक सम्मेलन में आमंत्रित किया जाएगा, जो प्रत्येक वर्ष दिसंबर में आयोजित किया जाता है. इस सम्मेलन के दौरान उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा और औपचारिक रूप से INAE यंग एसोसिएट के रूप में शामिल किया जाएगा.

आईआईटी बीएचयू वाराणसी कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग जूनियर रिसर्च फेलोशिप 2021

INAE के बारे में

इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (INAE) भारत की एक प्रमुख इंजीनियरिंग संस्था है जो विशिष्ट इंजीनियरों को पहचान देती है. इंजीनियरिंग नवाचार को प्रोत्साहित करती है और इंजीनियरिंग पेशेवरों के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देती है.

Also Read- वाराणसी: सात घंटे में बनारस से लोग पहुंचेंगे आगरा, 23 सितबंर से चलेगी वंदे भारत

 

INAE invites nominations for Innovative Student Projects Award 2020

बता दें कि INAE यंग एसोसिएट चुनने का उद्देश्य भारत में उन युवा और होनहार प्रतिभाओं की पहचान और प्रोत्साहन करना है, जिन्होंने इंजीनियरिंग अनुसंधान, डिज़ाइन, प्रौद्योगिकी विकास और स्थानांतरण को प्रभावित करने वाले उत्कृष्ट योगदान दिए हैं और भविष्य में भी जारी रखने की संभावना है. INAE यंग एसोसिएट की मान्यता प्रत्येक वर्ष अधिकतम 15 युवा इंजीनियरों को उनके विभिन्न शाखाओं में किए गए उत्कृष्ट योगदानों को मान्यता देने के लिए दी जाती है.

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More