IIT-BHU ने किया आदि शिल्पि भगवान विश्वकर्मा को किया नमन, धूमधाम से हुई पूजा
संस्थान के विभिन्न विभागों के अध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी और छात्रों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ किया याद
वाराणसी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिंदू विश्वविद्यालय) में मंगलवार को हर साल की तरह इस बार भी विश्वकर्मा पूजनोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया. क्या प्रोफेसर और क्या छात्र, सबने आदि शिल्पी की विधि विधान के साथ अराधना की. संस्थान के विभिन्न विभागों के अध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी और छात्रों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ उन्हें याद किया. संस्थान के लोगां ने मिलकर विधिवत पूजा-अर्चना और स्तुति की.
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मुख्य कार्यशाला में आयोजित पूजन के अवसर पर कुलसचिव राजन श्रीवास्तव ने कहा कि विश्वकर्मा पूजा एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो विशेष रूप से शिल्पकारों, इंजीनियरों और वास्तुकारों द्वारा अपने औजारों की पूजा और अपने कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए मनाया जाता है. इस आयोजन के माध्यम से संस्थान ने न केवल अपनी सांस्कृतिक धरोहर का सम्मान किया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को कड़ी मेहनत और तकनीकी उत्कृष्टता की महत्ता का भी संदेश दिया.
तकनीकी प्रगति का प्रतीक है विश्वकर्मा पूजा
इस अवसर पर मुख्य कार्यशाला के सीनियर टेक्निकल ऑफिसर बासुदेब रजक ने कहा कि विश्वकर्मा पूजा हमारे शिल्प, कला और तकनीकी प्रगति का प्रतीक है. यह हमें यह याद दिलाता है कि उन्नति का रास्ता कठोर परिश्रम और सृजनात्मकता से होकर जाता है. संयुक्त कुलसचिव, प्रेस एवं पत्राचार प्रकोष्ठ की अध्यक्ष स्वाति बिस्वास ने कहा कि विश्वकर्मा पूजनोत्सव न केवल आध्यात्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह संस्थान के सभी सदस्यों को एकसाथ मिलकर कार्यक्षेत्र में उन्नति और विकास के प्रति प्रेरित करने का भी एक अवसर प्रदान करता है.
कई विभागों में हुआ अनुष्ठान
मुख्य कार्यशाला के अलावा संस्थान के विभिन्न विभागों जैसे माइनिंग इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग, फार्मास्युटिकल्स इंजीनियरिंग आदि विभागों में भी विश्वकर्मा पूजा धूमधाम से मनाया गया. इस पूजा के दौरान विभिन्न पारंपरिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. सभी ने विश्वकर्मा भगवान से आशीर्वाद प्राप्त कर आने वाले कार्यों में सफलता की कामना की. कार्यक्रम का समापन प्रसाद वितरण के साथ हुआ.