पर्यटन की संभावनाओं का प्रतीक बनेगा मानसरोवर भवन : योगी

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां कैलाश मानसरोवर भवन का शिलान्यास करते हुए गुरुवार को कहा, ” कैलाश मानसरोवर भवन हमें देश की गौरवशाली ऋषि परंपरा से जोड़ता है। यह भवन किसान, नौजवान, पर्यटन व ऋषि परंपरा के प्रति सम्मान का प्रतीक है।

इसके पूर्व कैलाश मानसरोवर भवन न होने की पीड़ा को वह समझ सकते हैं। बहुत से लोगों ने एड़ी चोटी का जोर लगाया कि यह भवन न बने पर सरकार ने 50 करोड़ रुपये की जमीन खरीद कर यह भवन बनवाने का निर्णय किया है। यह भी तय किया कि भवन दिल्ली से सटे गाजियाबाद में ही बनवाया जाए।

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कांवड़ यात्रियो की रुकने की व्यवस्था होगी

उन्होंने कहा, “कैलाश मानसरोवर भवन उत्तर प्रदेश में छिपी पर्यटन की असीमित संभावनाओं का प्रतीक है। सरकार का संकल्प है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश को देश व दुनिया के पर्यटन के मानचित्र में स्थापित करेंगे। यह भवन उप्र में पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाने में सहायक होगा तथा इसमें कैलाश मानसरोवर यात्रा, कांवड़ यात्रा आदि के श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था होगी।

मुख्यमंत्री ने मानसरोवर हाउस पर साफ किया पक्ष

मुख्यमंत्री ने कहा, “2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्मस्थलों को सर्किट के जरिए जोड़ने की बात कही थी। इसके लिए रामायण सर्किट का विकास, कृष्ण सर्किट के तहत मथुरा से द्वारिका तक का विकास व बौद्ध सर्किट के जरिए गया से सारनाथ तक के विकास की बात कही गई थी।इसके अलावा स्वदेश दर्शन के जरिए तीर्थस्थलों के विकास पर जोर दिया गया था। सरकार इस दिशा में भी आगे बढ़ रही है। इसके साथ ही पश्चिमी उप्र के गढ़ मुक्तेश्वर को भी विकसित किया जा रहा है।

उप्र में पर्यटन का प्रतीक बनेगा

प्रयाग में होने वाले कुंभ का जिक्र करते हुए योगी ने कहा, “वहां पर आने वाले 12 से 15 करोड़ श्रद्धालु यह बताते हैं कि उप्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं के लिए ही कैलाश मानसरोवर भवन बनवाया जा रहा है। आने वाले समय में यह भवन उप्र में पर्यटन का प्रतीक बनेगा। सभी को मिलकर सकारात्मक ऊर्जा के साथ पर्यटन विकास के लिए काम करना होगा। इससे उप्र पर्यटन के मानचित्र में सबसे ऊपर होगा।

केंद्र सरकार के बेहतरीन कामकाज के आधार पर उप्र में भाजपा की सरकार बनाई

मुख्यमंत्री ने कहा, “केंद्र सरकार के बेहतरीन कामकाज के आधार पर जनता ने उप्र में भाजपा की सरकार बनाई है। जब केंद्र की कार्यशैली से प्रभावित जनता ने उप्र में सरकार बनवाई है तो फिर उसकी कार्यशैली भी केंद्र सरकार की तरह ही होनी चाहिए। इसीलिए उप्र सरकार बिना किसी जाति धर्म के भेदभाव के सबका विकास करने का प्रयास कर रही है।

मोदी ने संकल्प से सिद्धि का मंत्र दिया

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प से सिद्धि का मंत्र दिया है। प्रधानमंत्री का मानना है कि जब देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ 2022 में मनाए तब तक भारत दुनिया में एक बड़ी महाशक्ति के रूप में स्थापित हो जाए। इसके जरिए एक ऐसे भारत के निर्माण की बात कही गई है, जिसमें महिलाएं सुरक्षित व स्वावलंबी हों, नौजवान नौकरी के लिए न भटक रहा हो, किसी भी नागरिक के मन में असुरक्षा का भाव न हो, किसान व अन्य लोग खुशहाल हों।

योगी ने कहा, “सरकार की नीतियां किसान के हित में होंगी तथा उसमें जाति व मजहब के आधार पर भेदभाव नहीं होगा। आज (गुरुवार) गाजियाबाद के जिस क्षेत्र से मैं आया हूं, वहां पर सफाई की जो व्यवस्था थी वैसी पूरे गाजियाबाद में होनी चाहिए।

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