वाराणसी: प्रधानमंत्री संसदीय कार्यालय में ई-रिक्शा की चाबी सौंपने निकले चालक

निर्धारित योजना के तहत सैकड़ो की संख्या में शास्त्री घाट से पैदल जुलूस लेकर प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय अपने गाड़ियों की चाबियां सौंपने के लिए निकल पड़े हैं.

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शहर को जाम मुक्त बनाने के क्रम में वाराणसी जिला प्रशासन द्वारा 10 सितंबर से ई रिक्शा के संचालन के लिए थानावार रूट निर्धारित कर ई – रिक्शा को क्यूआर कोड देकर संचालन की अनुमति दी गई है. जिला प्रशासन के इस आदेश का ई रिक्शा चालक लगातार विरोध कर रहे हैं. इसको लेकर अखिल भारतीय ई -रिक्शा चालक समिति के सदस्य जो 7 दिनों से शास्त्रीय घाट पर आमरण अनशन कर अपना विरोध जता रहे हैं. ये लोग आज पूर्व निर्धारित योजना के तहत सैकड़ो की संख्या में शास्त्री घाट से पैदल जुलूस लेकर प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय अपने गाड़ियों की चाबियां सौंपने के लिए निकल पड़े हैं.

समझाने पर भी नहीं माने चालक

ई -रिक्शा चालकों की भारी संख्या में प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय जाने की सूचना पर कैंट पुलिस व क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंचे और चालकों को समझाने का प्रयास किया लेकिन चालक नहीं माने. संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण काशी ने शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस लेकर जाने का आश्वासन दिया. साथ ही अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया कि वे कई बार जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से मिल चुके हैं पर उनकी मांगों पर कभी ध्यान नहीं दिया गया. इसलिए आज वे लोग अपनी ई रिक्शा की चाबियां प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय में सौपेंगे.

पूर्वांचल महिला व्यापार मंडल ने दिया समर्थन

इसके पूर्व पूर्वांचल महिला व्यापार मंडल की प्रदेश महामंत्री चांदनी श्रीवास्तव अनशनरत चालकों के बीच पहुंची. वहां उन्होंने उनकी इस लड़ाई में अपना समर्थन देते हुए कहा कि जिला प्रशासन का रूट डायवर्जेन का फैसला गरीब टोटो चालकों के हित में नहीं है. जिला प्रशासन को रूट निर्धारण के अपने फैसले पर पुनः विचार करते हुए इसे वापस लेना चाहिए.

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इस दौरान अनिल सेठ उमेश शाह राजू अंकित कुमार हरि अग्रवाल प्रिंस गुप्ता अमित गौड़ उज्जवल शुभम गौड़ सुनील गौड़ दिलीप कुमार गुप्ता सहित भारी संख्या में ई – रिक्शा चालक मौजूद रहे.

बिना सहमति के लगवाया जा रहा बारकोड

इस मौके पर चालकों द्वारा कहा गया कि चालकों के मना करने पर भी यातायात प्रशासन द्वारा जबरन तरीके से ई-रिक्शा को होमगार्ड और टी.आई. द्वारा यातायात कार्यालय ले जाया गया और बिना सहमति के बारकोड लगवाया जा रहा है.

इसमें बहुत से चालक अज्ञानतावश अपनी गाड़ी में स्टीकर लगवा रहे हैं. प्रशासन की इस गलती से शहर की गलियों में रहने वाले लोगों का चलना दूभर हो जाएगा फिर काशी जोन के लोग विरोध में खड़े हो जाएंगे.

अखिलेश यादव का समर्थन पत्र

इसके पूर्व मंगलवार को अखिल भारतीय ई रिक्शा चालक यूनियन को समर्थन देने समाजवादी पार्टी से एमएलसी आशुतोष सिन्हा भी शास्त्री घाट पहुंचे थे. उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का समर्थन पत्र अध्यक्ष प्रवीण काशी को सौंपा.

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अखिलेश यादव का चालकों को समर्थन

आशुतोष सिन्हा ने बताया कि यदि प्रशासन चालकों की बात नहीं मानता तो अखिलेश यादव खुद यहां पहुंचेंगे. इस दौरान सर्वश्री जिलाध्यक्ष बबलू अग्रहरि, अनिल कनौजिया अजय चौरसिया दीपक खरवार बबलू कनौजिया आशीष मौर्य जयप्रकाश राजभर विनोद मौर्य मनोज सेठ विकास पांडे कन्हैया पाल कोतवाल उठेरा शशिकांत, सोनू गौतम, त्रिलोकी विश्वकर्मा, किशन, सुनील, राहुल, श्याम, रोमी पाठक, अमित, रामबाबू सेठ, विजय जायसवाल, सुभाष मौर्या, मेवा लाल पटेल, आजाद, मनीष गुप्ता, संतोष कश्यप, सुजीत, आकाश गुप्ता, संदीप चौरसिया, रिंकू चौहान, ओम प्रकाश चौहान, करन कुमार, सुधांशु गुप्ता अंशु सोनकर, सूनील सिंह संदीप मौर्या आदि उपस्थित रहे.

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