रूट निर्धारणः ई-रिक्शा चालकों को बांटा जा रहा क्यूआर कोड, आमरण अनशन भी जारी

ई-रिक्शा के संचालन के लिए रूट निर्धारित कर दिया गया है जिसकी आज से शुरूआत भी कर दी गई है.

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वाराणसी शहर को जाम मुक्त कर लोगों को सुगम यातायात व्यवस्था देने के लिए प्रशासन द्वारा शहर को चार जोन में बांटकर थानावार ई-रिक्शा के संचालन के लिए रूट निर्धारित कर दिया गया है जिसकी आज से शुरूआत भी कर दी गई है. इसी कड़ी में सोमवार 10 सितम्बर को यातायात पुलिन लाइन में ई-रिक्शा चालकों को क्यूआर कोड वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिया जा रहा है. क्यूआर कोड लेने के लिए यातायात पुलिस लाइन में बड़ी संख्या में ई-रिक्शा चालक क्यूआर कोड लेने के लिए अपना वाहन का रजिस्ट्रेशन व फिटनेश का पेपर लेकर पहुंचे हैं. दूसरी ओर जिला प्रशासन के रूट डायवर्जन के विरोध में अखिल भारतीय ई – रिक्शा चालक यूनियन द्वारा शास्त्री घाट पर जारी आमरण अनशन आज छठवें दिन भी जारी है.

सपा के लोगों ने अनशनकारियों को दिया समर्थन

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के समर्थन का पत्र लेकर एमएलसी आशुतोष सिन्हा के साथ सपा के कई नेता सोमवार को वरुणा किनारे शास्त्री घाट पर आमरण अनशन स्थल पर पहुंचे. यहां इन्होंने छः दिन से भूख हड़ताल पर बैठे अखिल भारतीय ई – रिक्शा चालक यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण काशी को अपना समर्थन दिया. कहा कि गरीब ई-रिक्शा चालकों की लड़ाई में सपा का एक -एक कार्यकर्ता आपके साथ है.

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अध्यक्ष ने लगाया प्रताड़ना का आरोप

राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण काशी ने जर्नलिस्ट कैफे को बताया कि जिला प्रशासन द्वारा रात से ही ई-रिक्शा चालको को पकड़कर क्यूआर कोड देने के लिए जबरन पुलिस लाइन लेकर जा रहे हैं. ये आम जनमानस के अधिकारों का हनन है. हम चालक इसके विरोध में सैकड़ों की संख्या में प्रधानमंत्री संसदीय कार्यालय जाकर ई-रिक्शा की चाभी सौपेंगे.

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इसका कारण है कि हमारे प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी द्वारा ही बेरोजगारों को रोजगार के रूप में ई -रिक्शा की चाभी सौंपी गई थी, जिसे वाराणसी जिला प्रशासन द्वारा छीना जा रहा है. इस दौरान सुनील कुमार सिंह आजाद , डब्लू यादव, त्रिलोकी विश्वकर्मा, करन सेठ, सुनीता पाण्डेय, सोनू वर्मा, रिन्कू श्रीवास्तव, रितेश अग्रहरी, मोहन भगत सहित दर्जनों की संख्या में चालक मौजूद रहे.

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