श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर सीएम योगी का विशेष निर्देश… लापरवाही की शिकायत न आएं सामने, कैमरों की नजर में आयोजित हो कार्यक्रम
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को भव्यता और पूरे भक्तिभाव से मनाने के लिए सभी थानों, जेल और रिजर्व पुलिस लाइंस में विशेष निर्देश दिए हैं. विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा, सफाई और अन्य सभी व्यवस्थाओं का विरोष रूप से ध्यान में रखा जाए. जहां सुरक्षा व प्रबंध के दौरान कोई लापरवाही नहीं की जाएगी. शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा को देखते हुए वीडियोग्राफी की जाएगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को भव्यता और पूरे भक्तिभाव से मनाने के लिए सभी थानों, जेल और रिजर्व पुलिस लाइंस में विशेष निर्देश दिए हैं. विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा, सफाई और अन्य सभी व्यवस्थाओं का विरोष रूप से ध्यान में रखा जाए. जहां सुरक्षा व प्रबंध के दौरान कोई लापरवाही नहीं की जाएगी. शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा को देखते हुए वीडियोग्राफी की जाएगी. इसके साथ ही कार्यक्रम वाली जगहों के आसपास और शोभायात्रा वाले रास्ते सीसीटीवी कैमरों की नजर बनी रहेगी. वहीं कई संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन कैमरों से भी चेकिंग कराने की भी हिदायत दी गई है. इस दौरान किसी भी नई परंपरा की अनुमति न दी जाएगी.
कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर अधिकारियों को कई जरूरी निर्देश दिए गए हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में जन्माष्टमी का पर्व बड़ी श्रद्धा और धूम-धाम से मनाया जाता है, जिसमें शामिल होने के लिए देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. यहां विशेष सतर्कता और पुलिस फोर्स के प्रबंध किए जाएंगे.
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संवेदनशील जगहों पर पुलिस प्रबंधन दें विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूजा अर्चना, शोभायात्रा के दौरान किसी भी तरह के विवाद की स्थिति न बने. कुछ स्थानों पर परंपरा से हटकर कार्यक्रमों के आयोजन और गैरपरंपरागत जुलूस,शोभायात्रा निकाले जाते है और साथ ही साथ डीजे गानों प्रयोग का भी उपयोग किया जाता है. ऐसे में विवाद होता है. संवेदनशीलता के साथ आवश्यक प्रबंध किए जाएं.
श्रद्धालुओं की संख्या का आंकलन भी जरूरी
सभी जिलों में जन्माष्टमी के विभिन्न आयोजन में शामिल मंदिरों, शोभायात्राओं, पंडालों और लीला स्थलों को सूचीबद्ध कर पुलिस की व्यवस्था पूरी की जाए. आयोजन में पहुंचने वाले सभी श्रद्धालुओं की संख्या का आकलन करने के साथ सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित किए जाने जरूरी है. बीते सालों में जिन स्थानों पर विवाद हुआ हो, वहां पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारी विवाद सुलझाने के प्रयास करें. डीएम, एसपी विवाद स्थलों व मार्गों का दौरा जरूर करें.
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सीएम ने आगे कहा कि सुनिश्चित करें कि कहीं पर भी कोई आपत्तिजनक पोस्टर न लगा हो. अशोभनीय डांस के कार्यक्रम न आयोजित किए जाएं. वहीं पुलिस आयुक्त, एसएसपी और एसपी पहले से ही कार्यक्रमों की जानकारी कर लें। सुनिश्चित करें कि अशोभनीय व अश्लील संवाद या नृत्य न हो.