बिहार: बेरोजगार हो गए नेता…नीतीश कुमार ने बदली प्रदेश कमेटी …

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बिहार विधानसभा चुनाव अगले साल में होने है, इससे पहले आज बिहार की सियासी राजनीति से बड़ी खबर सामने आ रही है. जेडीयू ने अपनी प्रदेश कमेटी में बड़ा फेरबदल कर दिया है, जिससे प्रदेश में बड़ी संख्या में नेता बेरोजगार हो गए हैं. पार्टी ने करीब 15 महीने पहले ही 260 सदस्यों वाली बड़ी कमेटी बनाई थी, जिसे अब भंग करके छोटी कमेटी बनाई गई है. नई कमेटी में 10 उपाध्यक्ष, 49 महासचिव, 46 सचिव, 9 प्रवक्ता और एक कोषाध्यक्ष शामिल हैं.

आज सुबह भंग हुई पुरानी कमेटी…

बता दें कि, JDU ने आज सुबह अपनी पुरानी कमेटी को भंग करने की घोषणा की थी. साथ ही नई कमेटी बनाने का भी प्रस्ताव दिया था. खास बात यह रही कि नई कमेटी में नए चेहरों को मौका दिया गया है. बता दें कि 23 मार्च 2023 को जेडीयू ने 251 सदस्यों वाली प्रदेश कमेटी का गठन किया था. इसमें 20 उपाध्यक्ष, 105 महासचिव, 114 सचिव और 11 प्रवक्ता शामिल थे. बाद में कुछ और पदाधिकारियों को जोड़ा गया था.

कमेटी से कई चेहरे हुए गायब…

नई कमेटी में पुराने चेहरों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है. पूर्व मंत्री रंजू गीता, लक्ष्मेश्वर राय, जय कुमार सिंह, खुर्शीद उर्फ फिरोज आलम, वीरेंद्र प्रसाद सिंह, श्याम बिहारी प्रसाद, पूर्व विधायक अशोक कुमार, मुजाहिद आलम, लखन ठाकुर समेत 20 नेता उपाध्यक्ष पद से हटा दिए गए हैं. अब सिर्फ नई कमेटी में 49 महासचिव हैं. पूर्व विधायक मंजीत सिंह जैसे नेताओं को महासचिव पद से हटा दिया गया है.

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रणधीर सिंह बने महासचिव

नए उपाध्यक्षों में एमएलसी रविंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी, अजीत चौधरी, पूर्व सांसद महाबली सिंह, पूर्व एमएलसी हारूण रशीद, एमएलसी संजय सिंह, प्रमिला कुमार प्रजापति, अमर कुमार अग्रवाल, वैद्यनाथ सिंह विकल और कलाधर मंडल के नाम शामिल हैं. वहीं, राजद छोड़कर जेडीयू में शामिल हुए पूर्व विधायक रणधीर सिंह को महासचिव बनाया गया है. रणधीर सिंह बाहुबली पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के पुत्र हैं. लोकसभा चुनाव में राजद से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने जेडीयू का दामन थामा था.

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