सावन के प्रदोष पर विश्वनाथ धाम में भारी भीड के आसार, भक्तों को नही मिलेगा स्पर्श दर्शन
मंदिर न्यास की बैठक में लिया गया निर्णय
सावन के प्रदोष पर्व पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्वालुओं की ज्यादा भीड़ होने की सम्भवना और सुरक्षा आदि के प्रबंध लेकर शुक्रवार को प्रबंध समिति की बैठक हुई. इस बैठक में 17 अगस्त को प्रदोष पर्व, सप्ताहांत और श्रावण मास की समाप्ति के निकट होने के कारण भारी संख्या में दर्शनार्थियों के श्री काशी विश्वनाथ धाम में आने की संभावना पर चर्चा की गई. श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास और मंदिर सुरक्षा पुलिस द्वारा सम्यक रूप से यह निर्णय लिया गया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से श्रावण सोमवार के समान ही प्रबंध 17 अगस्त को भी प्रभावी रहेंगे.
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स्पर्श दर्शन सामान्यतः बंद रहेगा और सुगम दर्शन के टिकट जारी नहीं किया जायेगा. न्यास की ओर से अनुरोध है कि दर्शन में सामान्य से अधिक समय लगने की संभावना, देर तक पंक्तिबद्ध खड़े होने की स्थिति और सामान्य झांकी दर्शन ही संभव हो सकेगा. इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए ही दर्शन का कार्यक्रम निर्धारित किया जाय. यह भी कहा गया कि कोई किसी विशिष्ट व्यवस्था के लिए अनुरोध या प्रयास न करे, दर्शनार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के दृष्टिगत ऐसी कोई व्यवस्था उपलब्ध कराया जाना संभव नहीं हो सकेगा.
मासूम से दुष्कर्म का मामला निकला मारपीट का
वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र कें नागकुआं इलाके मे शुक्रवार की शाम सोशल मीडिया समेत आसपास के क्षेत्रों में मुस्लिम समुदाय की बालिका से दुष्कर्म के प्रयास की सूचना से खलबली मच गई. बाद में बताया गया कि मकान मालिक ने दुष्कर्म किया है. मौके पर पहुंची जैतपुरा पुलिस ने जब परिजनों को बालिका को साथ ले गई. पूछताछ मे परिजनों ने बताया कि मकान मालिक उनकी बच्ची से पान मंगवाया था. बच्ची पान लाने को राजी नही हुई तो उसने उसे दो-तीन थपड मार दिया. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था. इसी दौरान किसी ने बच्ची से दुष्कर्म के प्रयास की अफवाह फैला दी. हालांकि पुलिस का कहना है कि ऐतिहात कें तौर पर बालिका को मेडिकल मुआयना कराया जा रहा है.