नाव से गंगा में गिरी आगरा की महिला अभी भी लापता, परिजनों का बुरा हाल
वाराणसी – तीन दिन पूर्व अस्सी घाट पर आरती देखने के दौरान गंगा में गिरी अर्चना गुप्ता (55) का मंगलवार को भी पता नहीं लगा. इस दौरान जल पुलिस, गोताखोर और एनडीआरएफ के जवानों ने महिला की खोजबीन अस्सी से लेकर कैथी स्थित मार्कंडेय महादेव घाट तक की लेकिन खबर दिए जाने तक सफलता नहीं मिली. वहीं, महिला के परिजनों का बुरा हाल है. उनके पति कृष्ण कुमार गुप्ता परिजनों और पुलिसकर्मियों से बार-बार एक ही बात कह कर बिलख रहे थे कि हादसे के बाद हमें गंगा में छलांग लगाने से न रोका गया होता तो वह अपनी पत्नी को खोज निकालते.
आगरा से काशी भ्रमण करने आया था परिवार
आगरा के दयालबाग, कमलानगर निवासी व्यवसायी कृष्ण कुमार गुप्ता, पत्नी कमला, परिजनों और एक दोस्त के परिवार के साथ गत शनिवार को काशी भ्रमण पर आए थे. इसी क्रम में रविवार की शाम सभी लोग नमो घाट से नाव से अस्सी घाट आए. अस्सी घाट पर नाव पर ही बैठकर सभी लोग गंगा आरती देख रहे थे. उसी दौरान एक बड़ी नाव उनकी नाव के बगल से गुजरी. इस दौरान बडी लहर के कारण नाव असंतुलित हो गयी और अर्चना सीधे गंगा में जा गिरीं. नाविक मदद करने के बजाय कहा कि गोताखोर बुला रहे हैं और सभी को अस्सी घाट पर छोड़ कर भाग गया. सूचना पाकर पुलिस पहुंची और तब से अर्चना की खोजबीन जारी है.
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पत्नी को खोज निकालो, बदले में जो चाहे ले लो
मंगलवार को अस्सी घाट पर परिजनों के साथ मौजूद कृष्ण कुमार गुप्ता की आंखों से आंसुओं की धार रुक ही नहीं रही थी. वह पुलिस और स्थानीय गोताखोरों से कह रहे थे कि मेरी पत्नी को खोज दो, उसके बदले में हमसे हमारा सब कुछ जो चाहे ले लो. परिजनों के साथ ही पुलिस कर्मी भी उन्हें ढाढ़स बंधा रहे थे. वहीं, परिजनों का कहना था कि क्या करने आए थे और क्या अनर्थ हो गया. वहीं जल पुलिस का कहना है कि महिला की तलाश की जा रही है. गंगा का जलस्तर बढने के कारण तलाश में बाधा आ रही है.