लापरवाहीः काशी में नौका विहार करते समय गंगा में डूबी आगरा की महिला
नहीं उपलब्ध कराया गया था जिला और जल पुलिस के निर्देश के मुताबिक सुरक्षा उपकरण
जिले का पुलिस प्रशासन, जल पुलिस और एनडीआरएफ की गंगा में यात्रियों की सुरक्षा के बाबत तमाम दावों, निर्देशों के बावजूद आगरा से पति संग आईं 55 वर्षीया अर्चना गुप्ता गंगा में गिरीं और डूब गईं. अभी तक उनका पता नही चल सका है. काशी भ्रमण पर आये इस परिवार के साथ हुए इस हादसे ने सबको हिलाकर रख दिया है. साथ की गंगा घाट को पर्यटन व्यवसाय समझनेवालों की वादाखिलाफी का यह लापरवाही भरा नमूना है.
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बताते हैं कि काशी भ्रमण के लिए आगरा शहर की कमला नगर की रहने वाली 55 वर्षीया अर्चना गुप्ता पति संग रविवार की रात में दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती देखने के बाद नौका विहार करते हुए अस्सी घाट के सामने पहुंची. घाट के सामने पहुंचने पर संतुलन बिगड़ने के कारण अर्चना गंगा में गिर पड़ी.
गंगा को पर्यटन केंद्र बनानेवालों के दावे हुए फेल
खास बात यह कि तमाम निर्देशों के बवजूद नाव पर सवार लोगों को सुरक्षा उपकरण नही उपलब्ध कराया गया था. जबकि उसी नाव पर अन्य लोगों के साथ उनके पति कृष्ण कुमार गुप्ता मौजूद थे. पत्नी के गंगा में गिरते ही उनकी हालत खराब हो गई. पति ने तत्काल पुलिस और कंट्रोल रूम को फोन कर सूचना दी. यात्रियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध न कराने वाला नाविक महिला को बचाने के लिए गंगा में कूद गया. लेकिन धारा तेज होने के कारण पता नहीं चला. नाव पर 9 लोग सवार होकर नमो घाट से चले थे.प्रभारी निरीक्षक भेलूपुर विजय शुक्ला ने बताया कि महिला की तलाश करने के लिए एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीम को बुलाई गई है. महिला के पति ने फोन कर सूचना दिया कि उनकी पत्नी नौका विहार के दौरान संतुलन बिगड़ने के कारण गंगा में गिर गई. कृष्ण कुमार गुप्ता पत्नी अर्चना गुप्ता सहित अन्य के साथ शनिवार सुबह आगरा से शहर पहुंचे थे. गोदौलिया इलाके में किसी होटल में रुके थे. रविवार की सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन- पूजन के बाद काशी भ्रमण किया. इसके बाद शाम को गंगा आरती और नौका विहार करने के लिए निकले थे. गंगा को पर्यटन केंद्र और कमाई का साधन बनानेवाली सरकार या स्थानीय प्रशासन महिला की सुरक्षा नही कर सका.