फिरोजाबाद में बंदी की मौत के बाद बवाल, पथराव, अगजनी और फायरिंग में कई पुलिस वाले जख्मी

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यूपी के फिरोजाबाद में जिला जेल के एक बंदी की मौत के बाद शुक्रवार की रात बवाल हो गया. इस घटना के सामने आने पर आक्रोशित जनता ने जिले में उपद्रव मचाना शुरू कर दिया. जिसमें पथराव फायरिंग और अगजनी की गई. साथ ही इस जिला पुलिस के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किया. हालांकि, देर रात जिले में आक्रोश मचाने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है, साथ ही आरोपियों की तलाश की जा रही है. वही मृतक के परिजनों को राहत देने के लिए जिला प्रशासन ने पांच लाख रुपये का चेक सौंपा है. मदद मिलने के बाद परिजनों ने मृतक का कड़ी सुरक्षा उपायों के बीच विधि विधान से अंतिम संस्कार किया. बंदी की मौत जेल में न्यायिक अभिरक्षा में हुई है. जेल प्रशासन और पुलिस पर भी पिटाई का आरोप लगा है. इस मामले की जांच मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है.

बाइक चोरी के आरोप में जेल में था बंद

बता दें कि, फिरोजाबाद के कोतवाली हुमायूंपुर नगला पचिया निवासी दलित युवा आकाश को 18 जून को कोतवाली दक्षिण पुलिस ने बाइक चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था. उसे 19 जून को जिला जेल भेज दिया गया था. साथ ही जेल प्रशासन का कहना है कि, गुरुवार की रात आकाश की तबियत खराब हो गई थी, उल्टी चक्कर आने के बाद उसे सिर्फ जिला कारागार के अस्पताल से इलाज कराया गया था.

वही शुक्रवार की तड़के आकाश की हालत फिर खराब हो गई. जिसके बाद जेल प्रशासन ने आकाश को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. आकाश की मौत की खबर पुलिस प्रशासन ने उसके परिवार वालों को दी, जिसके बाद परिजन और भीम आर्मी के लोग जिला अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में भी परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. उनका आरोप है कि, आकाश की मौत तबीयत बिगड़ने की वजह से नहीं बल्कि पुलिस की पिटाई से हुई है.

पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले किया शव

पोस्टमार्टम के बाद देर रात पुलिस प्रशासन ने आकाश के शव को परिजनों के हवाले कर दिया था,इसके बाद आक्रोशित परिवार और भीम आर्मी के लोगों ने सुहाग नगर चौराहे पर आकाश के शव को रखकर जाम लगा दिया और पुलिस के खिलाफ लोग नारेबाजी करने लगे. जब पुलिस ने जाम खुलवाने की कोशिश की तो, कुछ असामाजिक लोगों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. इसके साथ ही एक बाइक को भी जलाया गया. इसके बाद पुलिस ने आक्रोशित लोगों पर लाठीचार्ज कर दी. प्रदर्शनकारियों के हमले में कई सारे पुलिसकर्मी बुरी तरह जख्मी हो गए है, वही कई राहगीर को भी चोट लगी है. मृतक के परिजनों की मांग पर प्रशासन ने उन्हें पांच लाख रुपये का चेक दिया है.

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इस पूरे मामले की जांच कर रहे एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने कहा है कि, ”मृतक के परिजनों की मांग के अनुसार जिला प्रशासन ने मुआवजा दे दिया है. बबाल में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.सुसंगत धाराओं में इनके खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी गयी है. उन्होंने कहा, कि चूंकि बंदी की मौत न्यायायिक अभिरक्षा में हुयी है, इसलिए मजिस्ट्रेटी जांच के बाद ही सच्चाई सामने आयेगी.”

 

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