वाराणसी: अब पानी के अवैध कारोबारियों पर कसा जाएगा शिकंजा…
अति दोहन करने वालों को देना पड़ेगा शुल्क,जुर्माना संग सजा का भी प्राविधान
वाराणसी : वह वक्त आ गया जिसका प्रकृति प्रेमी लंबे समय से इंतजार कर रहे थे. भूगर्भ जल के अंधाधुंध दोहन को रोकने के लिए सरकार ने सख्त कदम उठा लिया है. उप्र ग्रांउड वॉटर (मैनेजमेंट एंड रेगुलेशन) बिल 2019 को कैबिनेट से मंजूरी दे दी गई है. विधेयक के विधान मंडल से पारित होने और उसे राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद इसके लागू होने पर भूगर्भ जल उपभोक्ताओं को न सिर्फ शुल्क चुकाना होगा, बल्कि उल्लंघन करने पर दो से पांच लाख रुपये तक अर्थदंड और कारावास भी भुगतना होगा.
इस विधेयक की कसौटी पर बनारस शहर के हालात को देखें तो कार्यवाही के दायरे में नगर के करीब 1500 आरओ प्लांट आएंगे. सामान्य दिनों में औसतन एक प्लांट से 1000 लीटर पानी का कारोबार हो रहा है. ऐसे में आकलन किया जाए तो 1500 आरओ प्लाट से रोजाना करीब 150000 लीटर पानी का कारोबार हो रहा है. इतना पानी उत्पादन करने के लिए आरओ प्लांट करीब 225000 लीटर पानी बर्बाद कर देता है. यह आंकड़ा गर्मी व लगन के दिनों में दोगुना हो जाता है.
इसलिए करना होगा पंजीकरण
वहीं, 70 हजार भवन भी सख्ती के दायरे में आएंगे. इन भवनों में प्रति दिन करीब 12 करोड़ लीटर भूजल का दोहन हो रहा है. इसमें कई व्यवसायिक तो कई औद्योगिक भवन हैं जहां जरूरत से अधिक दोहन हो रहा है. ऐसे भवनों के लिए बिल में प्रावधान किया गया है कि भूगर्भ जल के संबंध में अधिसूचित और गैर अधिसूचित क्षेत्रों की घोषणा की जाएगी. सभी भूगर्भ जल उपभोक्ताओं को पंजीकरण कराना होगा. इसमें अधिसूचित यानी व्यवसायिक, औद्योगिक, अवस्थापाना और थोक उपभोक्ताओं के लिए भूगर्भ जल निकासी की सीमा तय की जाएगी. उसी अनुसार शुल्क देना होगा. गैर अधिसूचित क्षेत्रों में अनापत्ति प्रमाण पत्र की बाध्यता होगी.
शहर में एक लाख 10 हजार कनेक्शन
जलकल विभाग के दस्तावेज के अनुसार शहर में कुल एक लाख 10 हजार कनेक्शन किए गए हैं. इसमें पूरे वरुणापार के 50 हजार कनेक्शन में गंगा आधारित योजना से पानी की आपूर्ति होगी है. वहीं, भेलूपुर पंप से भी करीब 40 हजार कनेक्शन में गंगा जल आपूर्ति की जाती है. सिर्फ 20 हजार कनेक्शन ऐसे हैं जहां अभी भी भूजल से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था है जिसे बहुत जल्द ही गंगा आधारित कर दिया जाएगा.
Also Read: वाराणसी: काशी में इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए हुई मेंढक – मेंढकी की अनोखी शादी…
प्रतिदिन आरओ पानी सप्लाई
-1500 के करीब आरओ मशीन
-150000 लीटर सामान्य दिन पानी की सप्लाई
-300000 लीटर गर्मी व लगन में पानी की सप्लाई
प्रतिदिन आरओ से पानी की बर्बादी
-225000 लीटर पानी आरओ से होता है वेस्ट
-450000 लीटर पानी गर्मी व लगन में आरओ से होता है वेस्ट
‘विधेयक की पूरी तस्वीर साफ होने पर तय होगा कि कार्यवाही की रूपरेखा क्या है और कौन-कौन लोग इसके दायरे में होंगे.’
दुष्यंत कुमार, अपर नगर आयुक्त