जनसम्पर्क में निकले कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव का हुआ जबरदस्त विरोध
जगन्नाथ कारीडोर के नाम पर 300 घरों को उजाड़ने का लगाया आरोप
वाराणसी के कैंट विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक सौरभ श्रीवास्तव को मंगलवार को अपने ही क्षेत्र की जनता के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा. जगन्नाथ कारीडोर के नाम पर क्षेत्र के 300 घरों को उजाड़ने का आरोप लगाते हुए लोगों भाजपा सरकार और क्षेत्रीय विधायक की कड़ी आलोचना की.
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दरअसल भाजपा विधायक लोकसभा चुनाव के परिपेक्ष्य में अपने समर्थकों के साथ जनसम्पर्क अभियान में निकले थे. उधर, जगन्नाथ कारीडोर के लिए क्षेत्र के जमीनों की नापी से लगायत लगातार हो रही प्रशासनिक कार्रवाई से सभी लोग सकते में हैं. लोगों की चिंता है कि पीढ़ियों से या दशकों से खून-पसीने की कमाई से बना बनाया मकान कारीडोर के नाम पर ढहा दिया जाएगा. इसी उधेड़बुन के बीच विधायक सौरभ श्रीवास्तव समर्थकों संग अस्सी-नगवा मोहल्ले में जनसम्पर्क करते दिखे तो नागरिकों ने उन्हें घेर लिया.
कहा-सरकारी अभिलेख में हमारी जमीन से नाम काटकर सार्वजनिक घोषित कर दिया गया
उनका कहना था कि अस्सी- नगवा क्षेत्र के लगभग 300 मकानों को एसडीएम सदर द्वारा फर्जी तरीके से नाम काटकर उसे सार्वजनिक जमीन घोषित कर दिया गया है. यहां तक कि कुछ दिनों पूर्व कमिश्नर कौशल राज शर्मा, एसडीएम सदर सार्थक अग्रवाल क्षेत्र में आकर सर्वे भी करके गये हैं. लोगों का कहना है कि जगन्नाथ कॉरिडोर के नाम पर हम लोगों को उजाड़ने का काम किया जा रहा है. हम लोग 70- 80 साल से और कुछ लोग पीढ़ियों से अपने मेहनत की कमाई से जमीन खरीद कर मकान बना कर रह रहे हैं. हमें हमारी ही सरकार जिसे हम वोट देकर सत्ता में लाए हैं वही उजाड़ने का प्रयास कर रही हैं. विरोध करने वालों में अस्सी क्षेत्र के नागरिक, बीएचयू में वेद विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उपेंद्र कुमार त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार जय नारायण मिश्रा, मझिलका दीक्षित, राघवेंद्र पांडेय, ननकू, कौशलेंद, रामयश्र मिश्रा आदि रहे.